शिवपुरी बरसात में पाबंदी के बाद भी रेत का अवैध उत्खनन चल रहा था। बहती नदी में पनडुब्बियां डालकर अवैध रेत निकाली जा रही थी। रविवार को प्रशासन, पुलिस और खनिज विभाग की टीम की छापेमार कार्रवाई में इस बात का खुलासा हुआ है। नदी के घाटों से 6 पनडुब्बियां बुल्डोजर चलाकर नष्ट कर दीं हैं। इसके अलावा करैरा व बदरवास में करीब 40 लाख रुपए कीमत की अवैध रेत जब्त कर ली है।
कलेक्टोरेट शिवपुरी में शनिवार को प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने अवैध रेत उत्खनन को स्मैक से जोड़कर बीमारी बताया था। कार्रवाई नहीं होने पर पुलिस पर कार्रवाई की बात कही थी। प्रभारी मंत्री की नाराजगी के बाद प्रशासन और पुलिस ने खनिज विभाग के संग शनिवार की शाम से ही छापेमार कार्रवाई शुरू कर दी। रविवार को भी बदरवास व करैरा में टीमों द्वारा अवैध उत्खनन वाली जगहों पर छापेमार कार्रवाई की है।
बदरवास में शनिवार को सबसे पहले एसडीएम ब्रजबिहारी श्रीवास्तव, एसडीओपी विजयसिंह यादव, बदरवास तहसील प्रदीप भार्गव और जिला खनिज अधिकारी ने रिजौदा गांव में बेताल सिंह यादव की 13 डंपर और नरेंद्र सिंह यादव की 3 डंपर रेत कुल 240 घन मीटर जब्त कर ली। वही सुबह छोटी घुर वार से 200 घन मीटर रेत जब्त की।
दूसरे दिन करैरा में छह पनडुब्बियां तोड़ीं, 50 हाइवा डंपर रेत जब्त
करैरा में संयुक्त टीम ने रविवार को छुट्टी के दिन जगह-जगह कार्रवाई की। अलग-अलग घाटों पर नदी में रेत निकालने रखीं 6 पनडुब्बियां मिलीं जिन्हें बुल्डोजर से तुड़वा दिया है। करैरा थाना क्षेत्र में 50 हाइवा रेत जब्त की है। सीहोर थाना क्षेत्र के पुलह गांव से डंप रेत जब्त की है। वहीं कोलारस के बदरवास में दूसरे दिन छोटी घुर वार गांव से करीब 13 डंपर रेत जब्त की है। यह सभी डंप रेत को उठवाकर बदरवास तहसील प्रांगण में रखवा दिया है।
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