करैरा तहसील के आदर्श गांव में गुरुवार की रात इंदिरा कॉलोनी में फर्शी पत्थर सहित छत का एक हिस्सा गिर गया। मलवा से परिवार के पांच सदस्य चोटिल हो गए हैं, जिनमें एक को गंभीर चोट आई है। आवास 35 साल पुराना बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक आदर्श गांव सिरसौद में 35 साल पहले एससी-एसटी वर्ग के लिए सरकारी स्कीम के तहत 22 आवास बनाकर स्थापित किया गया था। इन्हीं में से एक आवास की गुरुवार की रात करीब 8 बजे छत का एक हिस्सा ढहकर नीचे आ गिरा।
इंदिरा कॉलोनी में छत गिरी उस वक्त कल्लूराम पुत्र प्रेमनारायण अपनी पत्नी ममता नाजर व बच्चे बृजेश विश्वकर्मा, जशरथ नाजर के संग टीवी देख रहे थे। हादसे होते ही चीख पुकार मच गई। मदद के लिए पड़ोसी आ गए। हादसे के बाद किसी तरह सभी को एक एक करके बाहर निकाला और डायल 108 कॉल लगाने पर एंबुलेंस नहीं आई। निजी वाहन से घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
बांस बल्ली लगाकर रखी थी, पूरी छत गिरती तो बचना मुश्किल होता
बृजेश विश्वकर्मा बताते हैं कि 35 साल पहले आवास हमारे दादा प्रेमनारायण को मिला था। उसी समय से आवास में रहते आ रहे हैं। आवास जर्जर होता गया। किसी तरह बांस बल्ली लगाकर छत को रोके हुए थे। यदि बांस बल्ली नहीं लगे हो तो पूरी की पूरी छत टपक जाती और मलबे में दबने से बचना मुश्किल हो जाता। हम सभी घटना में बाल बाल बच गए हैं।
दूसरे आवास भी जर्जर, हादसों का डर
इंदिरा कॉलोनी में दूसरे आवास भी जर्जर हालत में हैं। इस हादसे के बाद लोग और भी ज्यादा भयभीत हैं। ग्रामीण क्षेत्र में आवासों को कंडम घोषित करने की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां तक कि शिवपुरी शहर में भी नगर पालिका ध्यान नहीं दे रही। पुराने जर्जर आवासों के कारण गंभीर हादसे की आशंका हमेशा बनी रहती है
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