शिवपुरी, / उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के आत्मनिर्भर भारत अभियान अंतर्गत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत ओ.डी.ओ.पी. दिवस टमाटर उत्पादन, प्रसंस्करण विपणन एवं रोजगार- स्वरोजगारमुखी जानकारियों के लिए जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र, शिवपुरी पर आज जिले के उद्यानिकी विभाग द्वारा आयोजन किया गया।
कार्यशाला की मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत के अध्यक्ष नेहा अमित यादव ने कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्वलन कर किया एवं अपने उद्बोधन में म.प्र. एवं केन्द्र शासन की किसान हितैषी योजनाओं से लाभ लेने तथा कार्यशाला के माध्यम से जानकारी, प्रोत्साहन एवं तकनीकी मार्गदर्शन के साथ आगे बढ़ते हुए प्रसंस्करण उत्पादों को ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार से लाभान्वित होते हुए टमाटर के अलावा मूंगफली दाना, आटा चक्की, बड़ी-पापड़, नमकीन, टोस्ट, बेकरी उत्पाद, मसाले, डेयरी प्रोडक्ट्स इत्यादि जैसे उद्यमों से प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना से लाभ लेने के लिए आह्वान किया।कार्यक्रम में लीड बैक मैनेजर संजय जैन द्वारा बैंकिंग मार्गदर्शन एवं लोन संबंधी जानकारी एवं योजना से लाभान्वित होने के लिए वित्तीय मार्गदर्शन एवं सफलता के लिए सुझाव भी दिए। उद्यानिकी विभाग के जिला रिसोर्स पर्सन गिर्राज ओझा पी.एम.एफ.एम.ई. योजना के बारे में किसान उद्यमियों को अधिक से अधिक लाभ लेने एवं व्यवसाय के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए संभावनाओं एवं शंकाओं का भी समाधान किया।
सहायक संचालक उद्यान आर.एस.सोनी ने जिले के समस्त विकासखण्डों से एक सैकड़ा से अधिक आये कृषकों एवं 20 रावे कृषि छात्रों को भी प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के बारे में विस्तारित जानकारी प्रसारित कराते हुए लाभ लेने एवं दिलाने के लिए अनुरोध किया।
कार्यशाला के तकनीकी सत्र में टमाटर उत्पादन प्रबंधन के बारे में डॉ.पुनीत कुमार वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख एवं टमाटर उत्पादन, तकनीक एवं विपणन के लिए डॉ. एम. के. भार्गव, वरिष्ठ वैज्ञानिक (सस्य विज्ञान), टमाटर फसल में कीट-रोग प्रबंधन के लिए श्री जे.सी. गुप्ता, वैज्ञानिक (पौध रोग), टमाटर बीज उत्पादन के लिए डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह वैज्ञानिक (पादप प्रजनन) एवं टमाटर प्रसंस्करण के लिए डॉ.ए.एल. बसेड़िया वैज्ञानिक (कृषि अभियांत्रिकी) द्वारा तकनीकी जानकारी दी गई।
उद्यानिकी विभाग के उद्यान विकास अधिकारी महेन्द्र राजपूत, चेतराम अर्गल, इन्द्रवीर ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी द्वारा पीएमएफई से संबंधित जानकारी दी गई। कार्यक्रम में समस्त विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सहभागिता रही। उद्यानिकी से व्यापार स्थापित करने के लिए प्रदर्शनी स्टॉल भी लगाये गये जिनमें जिले के 8 प्रतिष्ठानों ने अपने-अपने स्वनिर्मित प्रादर्शाें को दर्शाते हुए सहभागिता की।
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