शिवपुरी शहर के पोहरी चौराहा पर 24 घंटे से जारी चक्काजाम और धरना जनप्रतिनिधि और प्रशासन की मदद से ख़त्म हो गया हैं। बता दें शिवपुरी जिले के सुरवाया थाना के सामने कोटा-झांसी हाइवे पर मंगलवार की शाम सड़क दुर्घटना में एक बाइक सवार 20 वर्षीय रविन्द्र पाल निवासी बक्सपुर की मौत हो गई थी। जबकि दो बाइक सवार रामवीर पाल और राजकुमार पाल घायल हो गए थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बाइक को रोकने के लिए अचानक से बैरिकेड्स आगे लगा दिया था। पुलिस की गलती से उनके घर के इकलौता बेटे के मौत हो गई। इसके बाद भी परिजन लापरवाही बरतने वाले और बल प्रयोग करने वाले पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज करने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। उन्होंने बुधवार की शाम 6 बजे से पोहरी चौराहा पर चक्काजाम कर धरना प्रदर्शन शुरू कर रखा हैं था।
जनप्रतिनिधि और प्रशासन के सहयोग से बन सकी सहमति -
परिजन 48 घंटे के बाद भी पोहरी चौराहे पर धरना दे रहे हैं उनके इस धरने पर पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह, शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष लाखन सिंह बघेल, भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम, मनीराम लोधी, सांसद सिंधिया के सांसद प्रतिनिधि हरिओम राठौर, राकेश गुपा सहित पाल बघेल समाज के नेता आदि पहुंच चुके हैं। इनमे से कई नेताओं ने जायज मांगों को मनवाते हुए धरना ख़त्म करने का प्रयास किया था। आज सुबह से लेकर दिनभर बातों का दौर चलता रहा। बाद में एसपी अमन सिंह राठौड़ मोके पर पहुंचे। यहां उन्होंने परिजनों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में कल चार पुलिसकर्मी शिवकुमार मीणा, देवेंद्र रावत, हिमांशु शर्मा और गजेन्द्र जाटव को लाइन अटैच किया गया था। उन्हें सस्पेंड किया गया हैं। साथ ही सुरवाया थाना पुलिस में भी एक पुलिस कर्मी को लाइन हाजिर किया हैं। एसपी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि परिजनों ने अस्पताल में भी पुलिस बल के प्रयोग के आरोप लगाए थे। चूंकि घटना कोतवाली क्षेत्र में घटी इसके चलते कोतवाली प्रभारी रोहित दुबे को भी लाइन हाजिर किया गया हैं। इस पूरी घटना की मजिट्रेलियर जांच के आदेश कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी ने किये हैं साथ ही पीड़ित को मदद के लिए संभव आर्थिक मदद दी जायेगी।
0 टिप्पणियाँ