उप मुख्यमंत्री एवं सागर ज़िले के प्रभारी मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि ऐतिहासिक मंदिरों के आस-पास नदी, तालाब, बावड़ी, कुआँ, आदि स्थापित जलस्रोत को संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है। आज इनमें से कई जल स्रोत लगभग विलुप्त होने
की कगार पर हैं और अत्यधिक प्रदूषित भी हैं। जल जीवन का अभिन्न घटक है और इसकी प्रत्येक बूंद को बचाना हमारी आवश्यकता और जिम्मेदारी है। हर तरह के जल स्रोत का संरक्षण हम सबको करना चाहिए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने जल गंगा संवर्धन अभियान में सागर के भूतेश्वर मंदिर प्रांगण में जनप्रतिनिधियों के साथ प्राचीन जलस्रोत की साफ-सफाई कार्य में सहभागिता की।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने भूतेश्वर मंदिर में बने प्राचीन बावड़ी कुआँ से कचरा निकाल कर सफाई एवं जीर्णोद्धार अभियान प्रारम्भ किया। उन्होंने प्रांगण के विकास कार्यों की जानकारी ली और कहा कि प्राचीन सिद्ध स्थलों व मंदिरों का संरक्षण महत्वपूर्ण है। बताय ा गया कि भूतेश्वर महादेव मंदिर सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर पत्थरों से निर्मित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नगर पालिक निगम सागर द्वारा लगभग 100 कुओं की साफ-सफाई कर इन्हें पुनः उपयोगी बनाया जा रहा है इनके जल को पीने योग्य बनाने के लिये किये जा रहे सफाई व जीर्णोद्धार कार्य और ऐतिहासिक जलस्रोतों के संरक्षण का यह कार्य सराहनीय है। विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी, निगमाध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि विभागीय अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
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