उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने कहा है कि आयुर्वेद, भारतीय ज्ञान परम्परा का अभिन्न अंग है। आयुर्वेद के उत्थान एवं विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश, आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ सेवाओं में सतत् नवीन आयाम स्थापित कर रहा है। प्रदेश के ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में आयुष चिकित्सा सेवाओं की मितव्ययी एवं सुलभ उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हम प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।
मंत्री श्री परमार मंगलवार को, पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान के सभागृह रजत जयंती ऑडिटोरियम में आयोजित "नवप्रवेशित स्नातकोत्तर अध्येताओं (बैच 2025-26) के प्रवेश शुभारंभ ओरियंटेशन कार्यक्रम - संस्कार" में सहभागिता कर संबोधित कर रहे थे। श्री परमार ने समस्त नवप्रवेशित अध्येताओं को शपथ दिलाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।
मंत्री श्री परमार ने भोपाल स्थित पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान परिसर में, लागत राशि 4.18 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाले "इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स" का भूमिपूजन भी किया। मंत्री श्री परमार ने विद्यार्थियों के शारीरिक, बौद्धिक एवं सांस्कृतिक विकास के लिए उक्त स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के बनने से उपलब्ध होने वाली सुविधाओं की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
मंत्री श्री परमार ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार ने, प्रदेश में आयुष स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तार की दिशा में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। भारत सरकार के राष्ट्रीय आयुष मिशन अंतर्गत प्रदेश के 12 जिलों में 50 बिस्तरीय आयुष चिकित्सालयों तथा बड़वानी जिले में 30 बिस्तरीय आयुष चिकित्सालय की स्थापना एवं संचालन के लिए आवश्यक प्रशासनिक ढाँचा एवं मानव संसाधन के कुल 1179 नवीन पदों के सृजन की मंत्रि-परिषद् द्वारा स्वीकृति दी गई है।
मंत्री श्री परमार ने कहा कि इन चिकित्सालयों की स्थापना से, प्रदेश के ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में आयुष चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी तथा जनमानस को आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, पंचकर्म एवं प्राकृतिक उपचार की गुणवत्ता युक्त सुविधाएँ सुलभता से उपलब्ध होगी। मंत्री श्री परमार ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सालय स्थापना से, प्रदेश आयुष सेवाओं में देश भर में अग्रणी भूमिका में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थापित होने वाले आयुर्वेद वाले नवीन महाविद्यालयों में शोध केंद्र एवं फार्मेसी बनाने के लिए भी प्रयासरत हैं ताकि आयुष औषधि की, हमारी ही फार्मेसी के उपलब्धता सुनिश्चित हो सकें। मंत्री श्री परमार ने खुशीलाल आयुर्वेद संस्थान द्वारा किये जा रहे अकादमिक, चिकित्सकीय एवं शोध कार्यों की सराहना भी की। उन्होंने संस्थान परिसर में आयुष औषधीय पौधा, दधीमंत(दधीपलाश) का रोपण किया, जो मधुमेह रोग से प्रतिरक्षा के लिए उपयोगी है।
भोपाल (दक्षिण-पश्चिम) विधानसभा के विधायक श्री भगवान दास सबनानी ने समस्त नवप्रवेशित अध्येताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। विधायक श्री सबनानी ने विधायक निधि से राशि एक करोड़ रुपए स्वीकृत करने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर नगर निगम महापौर श्रीमती मालती राय, आयुक्त आयुष श्रीमती आर उमा माहेश्वरी एवं संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ उमेश शुक्ल सहित आयुष विभाग के विभिन्न पदाधिकरी, संस्थान के प्राध्यापक एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।

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