खरीदी केंद्र पर सरेआम भ्रष्टाचार शिवपुरी जिला शासन मोन
सत्ताधारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने सहयोग
श्री जी वेयर हाउस छोटाला
इतने बड़े कांड के बाद क्यूँ चुप है आखिरकार अधिकारी ?
*कहाँ गए किसान संगठन जो किसानों के हितैषी होने का दावा करते है ?*
*कहाँ है जनप्रतिनिधि जो किसानों के साथ हो रहे अन्याय पर साधे है चुप्पी ?*
*क्या एक व्यापारी के रुतबे के आगे नतमस्तक है सब ?*
कोलारस- लाखों का घपला हो गया । किसान परेशान है उसकी उपज का दाम नही मिल पा रहा 4 -4 दिन तक कड़कती ठंड में खरीद केंद्रों पर पड़ा है । कर्मचारियों व अधिकारियों से अपना माल तुलवाने की गुहार लगा रहा है । लेकिन खरीद केंद्रों की मनमानी तो देखिये कभी ख़रीदी 4 बजे तो कभी 5 बजे शुरू होती है । और 1 या 2 ट्रॉली तोलकर बंद कर दी जाती है । तो फिर सवाल ये उठता है कि यदि खरीदी ही नही हो रही तो ऑनलाइन रसीदे कहाँ से कट रही है । इससे सिद्ध होता है कि व्यापारी का जो माल ऑनलाइन रहने रह गया है उसे ऑनलाइन किया जा रहा है ।
*गोदाम मालिक व व्यापारी रोहित की रसूख के आगे सभी नतमस्तक ।*
जैसा कि सभी जानते है कि श्री जी वेयर हाउस व्यापारी रोहित विंदल का है और उसके सामने वाले गोदाम में उसने पहले से उडद खरीद के रखा हुआ है और उसी उडद को खपाने में वो लगा हुआ है । समिति प्रबंधक व सर्वेयर भी रोहित के आगे नतमस्तक है । सूत्रों की माने तो रोहित कहता है कि मनीराम में बहुत ताकत है मेरा कोई कुछ नही विगाड़ सकता । और शायद लगता तो ऐसा ही है कोई भी अधिकारी जांच के नाम पर वेयर हाउस पहुंचता है और खाना पूर्ति करके वापस आ जाता है ।
*सारे सबूत होने के वावजूद रोहित पर कार्यवाही से डर क्यूँ ?*
सभी लीडिंग न्यूज़पेपर व चैनलों ने खबर को सबूतों सहित दिखाया है लेकिन क्या मजाल किसी अधिकारी की जो रोहित से इस बारे में बात करे कि ये क्या हो रहा है वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है 47 क्विंटल की भरती की जा रही है । प्राइवेट गोदाम से माल उठाकर पाला करके सरकारी बारदाने का उपयोग कर शासकीय गोदाम में भरा जा रहा है । लेकिन समझ से परे है अधिकारियों को क्या डर है इस मामले में रोहित व समिति प्रबंधक से कोई स्पस्टीकरण नही मांग रहा ।
*रोहित ने समिति प्रबधक को दिखाया था डर ।*
सूत्रों की माने तो रोहित ने समिति पर प्रबंधक को बताए बिना छुट्टी वाले दिन ये सारा घपला किया था । लेकिन समिति प्रबंधक ने जब रोहित से रसीद काटने की मना किया तो रोहित ने समिति को भी स्पष्ट रूप से कह दिया कि यदि मेरी रसीद नही काटी तो समिति के माल की प्राप्ति भी वह नही देगा मजबूरी में समिति प्रबंधक को रसीद काटनी पड़ी ।
*swc प्रभारी ने क्यूँ नही दिया ध्यान ?*
Swc प्रभारी का काम है रोज गोदाम चेक करना लेकिन जब बिना रसीद कटे गोदाम में माल रखा रहा तो प्रभारी कमलकिशोर बाँधील ने क्यों नही पूछा कि ये माल शासकीय गोदाम में क्यूँ रखा हुआ है । सूत्रों की माने तो रोहित swc प्रभारी का ज्यादा ही नजदीकी है और अक्सर रोहित को उन्ही के ऑफिस में बैठा पाया जाता है
*सवाल उठता है सारे सबूत मौजूद है तो कार्यवाही क्यूँ नही ?*
जब मीडिया द्वारा सारे सबूत सभी अधिकारियों को दे दिए गए व लिखित में भी शिकायत की गई है तो फिर रोहित पर कार्यवाही क्यों नही की जा रही । उससे क्यों नही पूछा जा रहा कि अपने गोदाम से माल उठा के पाला करके शासकीय गोदाम में समिति की सहमति के बिना कैसे रखा जा रहा है 47 क्विंटल की भरती कैसे की जा रही है। आप को शासकीय बारदाना कहाँ से मिला ।
लेकिन पता नही रोहित पर कार्यवाही करने के सभी जांच अधिकारियों को क्यों डर लग रहा है क्यों जांच में रोहित को बचाया जा रहा है ?
नोट:- *वो भी ध्यान से पढ़ ले जो रजाई में दुबककर वाट्सप और फेसवुक पर लिखते हैं कि मीडिया ने दिखाया नहीं
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