नपाध्यक्ष: हम 12.65 करोड़ का भुगतान दे चुके, प्रोजेक्ट मैनेजर: एहसान नहीं किया, काम का पैसा दियासिंध जलावर्धन योजना का काम दोशियान कंपनी से छीनकर ओम कंस्ट्रक्शन को भले ही दे दिया हो, लेकिन हालात अभी भी ठीक नहीं...
सिंध जलावर्धन योजना का काम दोशियान कंपनी से छीनकर ओम कंस्ट्रक्शन को भले ही दे दिया हो, लेकिन हालात अभी भी ठीक नहीं हैं। शासन से मिली मंजूरी से ज्यादा काम करने की बात कहकर कंपनी हाथ खड़े कर रही है। साथ ही शेष तीन करोड़ के बिल भुगतान मांग रही है। मामले में कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर महेश मिश्रा द्वारा उठाए कदम को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने सोमवार को आपत्ति उठाई है।
नपाध्यक्ष कुशवाह का कहना है कि हमने कोई बकाया बिलों के भुगतान नहीं रोके हैं। अक्टूबर 2018 से अप्रैल 2019 तक 12.65 करोड़ रुपए का भुगतान नगर पालिका संबंधित कंपनी को जारी कर चुके है। शेष 2.30 करोड़ में से 1.65 करोड़ रुपए के बिल भी भुगतान के लिए रिलीज कर दिए हैं। एक-दो दिन में भुगतान पहुंच जाएगा। इसके जवाब में ओम कंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर महेश मिश्रा का कहना है कि नगर पालिका ने भुगतान करके ऐहसान नहीं किया है, काम करने का पैसा दिया है। सिंध जलावर्धन योजना का अधूरा काम पूरा कराने लिए अभी भी काफी पैसे की जरूरत के साथ शासन से स्वीकृति भी ली जाना है। समय सीमा में टैंकों में पानी नहीं पहुंचने के बाद अब छह नई टंकियों को जोड़ना मुश्किल नजर आ रहा है। हालांकि नपा सीएमओ केके पटेरिया का कहना है कि शासन से मंजूरी मिल जाएगी। काम किसी भी हालत में रुकने नहीं दिया जाएगा।
सिंध जलावर्धन योजना में पानी की छह नई टंकियां नहीं जुड़ीं, ओम कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बैलेंस वर्क का काम पूरा नहीं कराने पर नपाध्यक्ष कुशवाह ने आपत्ति उठाई घटिया जीआरपी पाइप बिछाकर सिंध योजना का काम छीनकर दोशियान पर क्या कार्रवाई हुई, किसी को लेना-देना नहीं घटिया जीआरपी पाइप बिछाकर सिंध जलावर्धन योजना को पलीता लगाने वाली दोशियान कंपनी से नगर पालिका ने काम भले ही छीन लिया है। लेकिन ठोस कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है। दोशियान के खिलाफ अभी तक वसूली या अन्य कानूनी कार्रवाई क्या और किस हद तक चल रही है, कोई जवाब देने वाला नहीं है। बता दें कि नगर पालिका द्वारा दोशियान को करोड़ों का भुगतान हो चुका है। संबंधित नगर पालिका के इंजीनियर, तत्कालीन सीएमओ भी कोई कार्रवाई शासन-प्रशासन ने नहीं की है।
कंपनी काे बड़ी पूंजी की व्यवस्था करके चलना था: कुशवाह   मुन्नालाल कुशवाह, अध्यक्ष नपा
सवाल: शेष टंकियों का काम पूरा करने कंपनी द्वारा चार से पांच करोड़ की जरूरत बताई जा रही है।
जवाब: ओम कंस्ट्रक्शन कंपनी को यह काम लेने से पहले बड़ी पूंजी की व्यवस्था करके चलना चाहिए थी। शासन के कार्य नियम से ही चलते हैं।
सवाल: कंपनी प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा बिल भुगतान में देरी की बात कही जा रही है।
जवाब: कंपनी का अक्टूबर 2018 से अप्रैल 2019 तक 12.65 करोड़ का भुगतान कर दिया है। एक-दो दिन में 1.65 करोड़ का हो जाएगा।
सवाल: काम पूरा कराने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
जवाब: कंपनी को शेष बचा काम शीघ्र पूरा करना चाहिए, जिससे जनता को जल संकट से राहत मिल सके। इस संबंंध में सीएमओ से बात करूंगा। योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सवाल: दोशियान के अधूरे बैलेंस वर्क की एप्रूवल के बाद आगे काम होने की बात कही जा रही है?
जवाब: यह शासन का काम है जिसमें आचार संहिता हटने के बाद एप्रूवल भी मिल जाएगी, लेकिन काम नहीं रुकना चाहिए।
सवाल: शेष टंकियों का काम पूरा करने कंपनी द्वारा चार से पांच करोड़ की जरूरत बताई जा रही है।
जवाब: ओम कंस्ट्रक्शन कंपनी को यह काम लेने से पहले बड़ी पूंजी की व्यवस्था करके चलना चाहिए थी। शासन के कार्य नियम से ही चलते हैं।
सवाल: कंपनी प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा बिल भुगतान में देरी की बात कही जा रही है।
जवाब: कंपनी का अक्टूबर 2018 से अप्रैल 2019 तक 12.65 करोड़ का भुगतान कर दिया है। एक-दो दिन में 1.65 करोड़ का हो जाएगा।
सवाल: काम पूरा कराने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
जवाब: कंपनी को शेष बचा काम शीघ्र पूरा करना चाहिए, जिससे जनता को जल संकट से राहत मिल सके। इस संबंंध में सीएमओ से बात करूंगा। योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सवाल: दोशियान के अधूरे बैलेंस वर्क की एप्रूवल के बाद आगे काम होने की बात कही जा रही है?
जवाब: यह शासन का काम है जिसमें आचार संहिता हटने के बाद एप्रूवल भी मिल जाएगी, लेकिन काम नहीं रुकना चाहिए।
कितनी बड़ी पूंजी लेकर चलें, जाे था वाे लगा दिया   महेश मिश्रा, प्रोजेक्ट मैनेजर ओम कंस्ट्रक्शन टीकमगढ़
सवाल: नपा 12.65 करोड़ का भुगतान कर चुकी है, नपा अध्यक्ष का कहना है कि कंपनी को बड़ी पूंजी लेकर चलना चाहिए था। जवाब: एहसान नहीं किया, काम करने का पैसा दिया है। कितनी बड़ी पूंजी लेकर चलते जो था वो लगा दिया है।
सवाल: शेष 2.30 करोड़ में से 1.65 करोड़ एक-दो दिन में जारी हो रहा है? जवाब: हमारे पास तो आज दिनांक नहीं आया है, इतने पैसे में होगा भी क्या।
सवाल: शेष टंकियां जोड़ने के लिए काम कब तक पूरा हो जाएगा? जवाब: दस से पंद्रह दिन में टंकियां जुड़ जाएंगी, लेकिन 4-5 करोड़ रुपए खर्चा आएगा।
सवाल: इस पूरे काम पर अभी तक कितना पैसा खर्च हो चुका है?
जवाब: हमें 13.46 करोड़ का काम 31 मई तक पूरा करना था, 15 अप्रैल को ही लाइन चालू कर दी। 17 करोड़ खर्च हो गए।
0 टिप्पणियाँ