कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने रबी 2018-19 की समीक्षा एवं खरीफ 2019 की तैयारियों के संबंध में 18 जून को अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में 18 जून 2019 को आयोजित होने वाली समीक्षा बैठक के पूर्व जिले में विभागवार की गई तैयारियों की समीक्षा की।
जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आज आयोजित बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एच.पी.वर्मा, अपर कलेक्टर श्री आर.एस.बालोदिया, उपसंचालक कृषि श्री आर.एस.शाक्यवार सहित उद्यानिकी, पशुपालन एवं डेयरी, मछली पालन, सहकारिता, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक, कृषि अभियांत्रिकी द्वारा की गई तैयारियों की विभागवार समीक्षा की।
कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने खरीफ 2019 की तैयारियों के संबंध में विभाग द्वारा ली जाने वाली फसलें एवं तैयार की गई कार्य योजना की समीक्षा करते हुए उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक से जिले में ली जा रही फलों एवं फूलों एवं सब्जी आदि की खेती की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि जिले में फलों-फूलों आदि की खेती की संभावना को देखते हुए जिले की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप तहसीलवार कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
उन्होनें निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं हॉस्टलों में किचिन गार्डन योजना के तहत सब्जी बीज के मिनी किट प्रदाय कर किचिन गार्डन को विकसित करें। जिससे आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं हॉस्टल के बच्चों को ताजी एवं पोस्टिक तत्वों से भरपूर सब्जी प्राप्त हो सके।
उन्होंने सहायक संचालक उद्यानिकी को निर्देश दिए कि जिले के किसान परम्परागत खेती के साथ-साथ उद्यानिकी एवं फलों की खेती के प्रति रूझान पैदा हो। इसके लिए विभाग के मैदानी कर्मचारियों के माध्यम से किसानों को अनुदान पर फलों के बगीचे लगाने के लिए प्रेरित करें।
सहायक संचालक श्री राजपूत ने बताया कि जिले में 210 हेक्टेयर क्षेत्र में अनार की खेती ली जा रही है। जबकि 100 हेक्टेयर क्षेत्र में अनार की अतिरिक्त खेती लेना प्रस्तावित है। बैठक में पशुपालन विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित पशु चिकित्सालय शासन के निर्देशानुसार निर्धारित समय पर खुले एवं बंद हो। नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत किसानों को उन्नत किस्म के पशुपालन हेतु प्रेरित करें। मिल्क रूट पर समितियां बढ़ाई जाए।
जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आज आयोजित बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एच.पी.वर्मा, अपर कलेक्टर श्री आर.एस.बालोदिया, उपसंचालक कृषि श्री आर.एस.शाक्यवार सहित उद्यानिकी, पशुपालन एवं डेयरी, मछली पालन, सहकारिता, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक, कृषि अभियांत्रिकी द्वारा की गई तैयारियों की विभागवार समीक्षा की।
कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने खरीफ 2019 की तैयारियों के संबंध में विभाग द्वारा ली जाने वाली फसलें एवं तैयार की गई कार्य योजना की समीक्षा करते हुए उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक से जिले में ली जा रही फलों एवं फूलों एवं सब्जी आदि की खेती की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि जिले में फलों-फूलों आदि की खेती की संभावना को देखते हुए जिले की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप तहसीलवार कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
उन्होनें निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं हॉस्टलों में किचिन गार्डन योजना के तहत सब्जी बीज के मिनी किट प्रदाय कर किचिन गार्डन को विकसित करें। जिससे आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं हॉस्टल के बच्चों को ताजी एवं पोस्टिक तत्वों से भरपूर सब्जी प्राप्त हो सके।
उन्होंने सहायक संचालक उद्यानिकी को निर्देश दिए कि जिले के किसान परम्परागत खेती के साथ-साथ उद्यानिकी एवं फलों की खेती के प्रति रूझान पैदा हो। इसके लिए विभाग के मैदानी कर्मचारियों के माध्यम से किसानों को अनुदान पर फलों के बगीचे लगाने के लिए प्रेरित करें।
सहायक संचालक श्री राजपूत ने बताया कि जिले में 210 हेक्टेयर क्षेत्र में अनार की खेती ली जा रही है। जबकि 100 हेक्टेयर क्षेत्र में अनार की अतिरिक्त खेती लेना प्रस्तावित है। बैठक में पशुपालन विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित पशु चिकित्सालय शासन के निर्देशानुसार निर्धारित समय पर खुले एवं बंद हो। नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत किसानों को उन्नत किस्म के पशुपालन हेतु प्रेरित करें। मिल्क रूट पर समितियां बढ़ाई जाए।
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