- साध्वी प्रज्ञा ने कहा था- गोडसे देशभक्त हैं और रहेंगे, हालांकि बयान पर बाद में माफी मांगी थी
- मोदी ने कहा था- माफी मांग ली, पर उन्हें मन से माफ नहीं कर पाऊंगा
भोपाल.नोबेल से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने साध्वी प्रज्ञा को भाजपा से निकाले जाने की मांग की है। सत्यार्थी ने कहा कि गोडसे ने तो गांधीजी के शरीर की हत्या की थी, लेकिन प्रज्ञा जैसे लोग उनकी आत्मा को मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा छोटे से फायदे का मोह छोड़कर, प्रज्ञा को पार्टी से निकाले और राजधर्म निभाए।
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साध्वी प्रज्ञा ने एक चुनावी रैली के दौरान कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे और रहेंगे। उन्होंने कमल हासन के बयान पर निशाना साधते हुए कहा था कि जो गोडसे को आतंकवादी कहते हैं, उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। हालांकि, अपने बयान पर प्रज्ञा ने माफी मांग ली थी।
गांधी सत्ता और राजनीति से ऊपर- सत्यार्थी
कैलाश सत्यार्थी ने ट्वीट किया, "गोडसे ने गांधी के शरीर की हत्या की थी, परंतु प्रज्ञा जैसे लोग उनकी आत्मा की हत्या के साथ, अहिंसा, शांति, सहिष्णुता और भारत की आत्मा की हत्या कर रहे हैं। गांधी हर सत्ता और राजनीति से ऊपर हैं।"
मोदी ने कहा था- प्रज्ञा को मन से माफ नहीं कर पाऊंगा
मोदी ने भाजपा नेताओं के विवादास्पद बयानों पर 17 फरवरी को कहा था- गांधीजी और गोडसे के संबंध में जो भी बयान दिए गए, ये भयंकर खराब हैं, घृणा और आलोचना के लायक हैं। सभ्य समाज में ये सोच नहीं चल सकती। ऐसी बातें करने वालों को आगे सौ बार सोचना चाहिए। उन्होंने माफी मांग ली है, ये अलग बात है। लेकिन मैं मन से माफ नहीं कर पाऊंगा।
मोदी ने भाजपा नेताओं के विवादास्पद बयानों पर 17 फरवरी को कहा था- गांधीजी और गोडसे के संबंध में जो भी बयान दिए गए, ये भयंकर खराब हैं, घृणा और आलोचना के लायक हैं। सभ्य समाज में ये सोच नहीं चल सकती। ऐसी बातें करने वालों को आगे सौ बार सोचना चाहिए। उन्होंने माफी मांग ली है, ये अलग बात है। लेकिन मैं मन से माफ नहीं कर पाऊंगा।
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