आशीष पांडेय
04 जुलाई 2019

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सोशल मीडिया के इस दौर में लगभग हर युवा फेसबुक, व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करता है. लड़का हो या लड़की सभी अपनी हर गतिविधि की जानकारी इन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से लोगों तक पहुंचाते हैं. लेकिन हैदराबाद के एक शातिर अपराधी ने इसी सोशल मीडिया को हथियार बनाकर एक दो नहीं बल्कि 300 लड़कियों को अपना शिकार बनाया.

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हैदराबाद पुलिस की साइबर विंग ने 25 साल के एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जिस पर सोशल मीडिया के जरिए 300 लड़कियों के साथ धोखाधड़ी करने, उनकी तस्वीर को पोर्न साइट पर डालकर उनसे पैसे वसूलने और ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

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विशाखापत्तनम का रहने वाला आरोपी विनोद सोशल मीडिया के जरिए बड़ी चालाकी से लड़कियों को अपना शिकार बनाता था. मोबाइल की दुकान पर काम करने वाला विनोद सबसे पहले फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, व्हाट्सऐप और डेटिंग ऐप के जरिए लड़कियों की तस्वीर निकालता था और फिर उसे पोर्न वेबसाइट पर मोबाइल नंबर के साथ अपलोड कर देता था. इसके बाद शातिर विनोद उन्हीं लड़कियों से संपर्क करता था और जानकारी देता था कि उनकी तस्वीर को किसी ने पोर्न वेबासाइट पर अपलोड कर दिया है. खुद को सिस्को और डेल जैसी कंपनी का सॉफ्टवेयर सिक्योरिटी इंजीनियर बताकर आरोपी विनोद पीड़ित लड़कियों को पोर्न वेबसाइट से तस्वीरें हटाने का झांसा देता था और उसके बदले पैसों की मांग करता था.

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एक पीड़ित युवती अपनी तस्वीर पोर्न वेबसाइट से हटवाने के लिए आरोपी को चार महीने (जनवरी 2019-अप्रैल 2019) तक 10-10 हजार रुपये देती रही. हालांकि उसे बाद में एहसास हो गया कि वो जिसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर समझ कर पैसे दे रही है वो व्यक्ति सही नहीं है. एसीपी रघुवीर के मुताबिक जब महिला ने पैसे देने बंद कर दिए तो फिर उसकी तस्वीर कई डेंटिंग ऐप और पोर्न वेबसाइट पर दिखने लगी. पीड़ित युवती ने इसकी शिकायत साइबर सेल से कर दी जिसके बाद पुलिस ने आरोपी विनोद को गिरफ्तार कर लिया.

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पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि ब्लैकमेल करने वाला आरोपी विनोद बिना किसी आईडी प्रूफ के कई सिम कार्ड खरीदता था. उसके बाद फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, व्हाट्सऐप और डेटिंग ऐप से खासतौर पर लड़कियों के फोन नंबर और मेल आईडी इकट्ठा करता था. इतना ही नहीं फोन से रेंडम नंबर डायल कर ट्रूकॉलर के जरिए लड़कियों की पहचान करता था और फिर उन्हें अपना शिकार बनाता था.

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पुलिस अधिकारी रघुवीर के मुताबिक आरोपी तब तक लड़कियों को व्हाट्सऐप और मेल पर मैसेज करता था जब तक कि दूसरी तरफ से कोई जवाब न आ जाए. जवाब आने के बाद आरोपी विनोद उन्हें अपने जाल में फंसाता था और खुद उनकी तस्वीर को पोर्न वेबसाइट पर अपलोड कर उन्हें इसकी जानकारी भी देता था.

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जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि आरोपी विनोद ब्लैकमेलिंग के अलावा लड़कियों को सेक्स चैट करने पर भी मजबूर करता था और ऐसा नहीं करने पर उनकी तस्वीरों को सार्वजनिक करने की धमकी देता था. पुलिस ने बताया कि जो लड़कियां उसके ऑफर को मान लेती थीं उसकी तस्वीर को आरोपी विनोद पोर्न वेबसाइट और डेटिंग ऐप से हटा देता था और उसके बदले मोटी रकम वसूलता था.

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जो लड़कियां उसे पैसे देने से इनकार कर देती थीं उनकी तस्वीर को वो पोर्न वेबसाइट पर अपलोड कर देता था. साइबर सेल को आरोपी विनोद से यह भी पता चला कि जैसे ही किसी लड़की से उसकी डील पूरी हो जाती थी उसके बाद वो इस्तेमाल किए गए नंबर और उन्हें दिए गए मेल आईडी को बंद कर देता था ताकि उसे कोई पकड़ न सके.
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