शिवपुरी/अमोला। कोटा-झांसी फोरलेन पर अमोला पुल के बीच में मंगलवार दोपहर एक खड़े कंटेनर में पीछे से ट्रक टकरा गया। इस हादसे में ट्रक का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया तथा ड्राइवर स्टेयरिंग में फंसकर रह गया। स्थानीय ग्रामीणों व अन्य वाहनों के स्टाफ ने क्षतिग्रस्त ट्रक में फंसे ड्राइवर को कड़ी मशक्कत के बाद निकाला, लेकिन घायल को अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिस एक घंटे बाद मौके पर पहुंची। बताते हैं कि इस पुल पर दो थानों की सीमा लगती है, इसलिए पुलिस सीमा विवाद में उलझती रही और घायल ड्राइवर सडक़ पर पड़ा तड़पता रहा। हालांकि एसडीओपी करैरा का कहना है, पुलिस जल्दी पहुंच गई थी।
फोरलेन पर बने अमोला पुल का आधा हिस्सा सुरवाया थाना क्षेत्र में आता है और आधा पुल अमोला पुल के अंतर्गत है। इस पुल पर एक कंटेनर पहले से खड़ा था, जिसमें एक ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। यह टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि ट्रक का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे ट्रक का ड्राइवर मन्नू खां पुत्र लियाकत खां निवासी कानपुर व उसमें सवार इकरार शेख पुत्र अब्दुल शेख निवासी थाना एनी जिला सिरसा उप्र घायल हो गए। ड्राइवर मन्नू खां स्टेयरिंग व ट्रक की टूटी बॉडी में ऐसे फंस गया कि उसका एक पैर फैक्चर हो गया तथा एक पैर टेड़ा हो गया। ट्रक की बॉडी में फंसा ड्राइवर बुरी तरह तड़प रहा था, जिसे स्थानीय ग्रामीणों व अन्य वाहनों के स्टाफ ने बमुश्किल बाहर निकाला। ड्राइवर का कमर से नीचे का हिस्सा बुरी तरह घायल हो गया था, जिसे निकालकर ट्रक के पास ही लिटा दिया, लेकिन उस घायल को अस्पताल पहुंचाने के लिए न तो कोई एंबुलेंस आई और न ही कोई पुलिस। घायल को निकालने वाले ग्रामीणों का कहना है कि ड्राइवर एक घंटे तक तड़पता रहा, उसके बाद अमोला व सुरवाया दोनों थानों की पुलिस वहां पहुंच गई। इस दौरान करैरा एसडीओपी आत्माराम शर्मा भी पहुंच गए। पुलिस के आने में देरी की वजह दोनों थानों के बीच सीमा का विवाद बताया जा रहा है।
फोरलेन पर बने अमोला पुल का आधा हिस्सा सुरवाया थाना क्षेत्र में आता है और आधा पुल अमोला पुल के अंतर्गत है। इस पुल पर एक कंटेनर पहले से खड़ा था, जिसमें एक ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। यह टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि ट्रक का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे ट्रक का ड्राइवर मन्नू खां पुत्र लियाकत खां निवासी कानपुर व उसमें सवार इकरार शेख पुत्र अब्दुल शेख निवासी थाना एनी जिला सिरसा उप्र घायल हो गए। ड्राइवर मन्नू खां स्टेयरिंग व ट्रक की टूटी बॉडी में ऐसे फंस गया कि उसका एक पैर फैक्चर हो गया तथा एक पैर टेड़ा हो गया। ट्रक की बॉडी में फंसा ड्राइवर बुरी तरह तड़प रहा था, जिसे स्थानीय ग्रामीणों व अन्य वाहनों के स्टाफ ने बमुश्किल बाहर निकाला। ड्राइवर का कमर से नीचे का हिस्सा बुरी तरह घायल हो गया था, जिसे निकालकर ट्रक के पास ही लिटा दिया, लेकिन उस घायल को अस्पताल पहुंचाने के लिए न तो कोई एंबुलेंस आई और न ही कोई पुलिस। घायल को निकालने वाले ग्रामीणों का कहना है कि ड्राइवर एक घंटे तक तड़पता रहा, उसके बाद अमोला व सुरवाया दोनों थानों की पुलिस वहां पहुंच गई। इस दौरान करैरा एसडीओपी आत्माराम शर्मा भी पहुंच गए। पुलिस के आने में देरी की वजह दोनों थानों के बीच सीमा का विवाद बताया जा रहा है।
थोड़ा समय तो लगता है
ट्रक की स्टेयरिंग में फंसे ड्राइवर को दूसरे ट्रकों के स्टाफ ने मिलकर निकाल लिया था। स्थानीय ग्रामीण तो वहां कोई नहीं था और मैं भी वहां पहुंच गया था। सूचना मिलने के कुछ देर बाद दोनों थानों की पुलिस वहां पहुंच गई थी। अब घटनास्थल तक पहुंचने में थोड़ा समय तो लगता है।
आत्माराम शर्मा, एसडीओपी करैरा
ट्रक की स्टेयरिंग में फंसे ड्राइवर को दूसरे ट्रकों के स्टाफ ने मिलकर निकाल लिया था। स्थानीय ग्रामीण तो वहां कोई नहीं था और मैं भी वहां पहुंच गया था। सूचना मिलने के कुछ देर बाद दोनों थानों की पुलिस वहां पहुंच गई थी। अब घटनास्थल तक पहुंचने में थोड़ा समय तो लगता है।
आत्माराम शर्मा, एसडीओपी करैरा

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