
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जिला कोर्ट परिसर से अगवा महिला गुरुवार को भाइयों के साथ बुर्का पहन कोर्ट पहुंच गई। मजिस्ट्रेट के सामने कहा मैं तो माता-पिता से मिलने गई थी। यह सुनते ही पति के सीने में दर्द उठा और बेहोश होकर गिर पड़ा। कोर्ट में गहमागहमी देख पुलिस बल बुलाना पड़ा। वकीलों की भीड़ जमा हो गई। वाकया सीजेएम राजेंद्र कुमार पाटीदार की कोर्ट (11 नंबर) का है। गुरुवार दोपहर वकील पवन राय व राजेश राय एक महिला को बुर्के में लेकर पहुंचे और कहा कि इसका नाम प्रीति अंचेरा है। पुलिस ने इसके अपहरण का केस दर्ज किया है। इसमें प्रीति के परिजन सुमित शिवहरे, आशीष शिवहरे और अखिलेश राय उर्फ निक्की को आरोपित बनाया है।
जबकि प्रीति मर्जी से उनके साथ गई थी। कोर्ट ने प्रीति से पूछा तो उसने कहा कि उसे माता-पिता की याद आ रही थी। उनसे मिले बहुत दिन हो गए थे। यह सुनते ही कोर्ट में मौजूद पति विजय अंचेरा गुस्सा हो गया। उसने कहा प्रीति पर परिजनों का दबाव है। उससे झूठे बयान दिलवा रहे हैं। एक बार मेरे सिर पर हाथ रखकर बुलवा दो कि वह मर्जी से गई थी। प्रीति के बयान सुन विजय की तबीयत खराब हो गई।
पति ने लगाया था प्रॉपर्टी व डंपर हड़पने का आरोप
एमजी रोड थाने के टीआई राजेंद्र चतुर्वेदी के अनुसार विजय अपनी पत्नी प्रीति के साथ मंगलवार दोपहर जिला कोर्ट आया था। इस दौरान प्रीति के भाइयों ने विजय से मारपीट की और प्रीति का अपहरण कर लिया। विजय का रेती और डंपरों का कामकाज है। उसने आरोप लगाया कि ससुराल वाले तलाक करवा कर प्रीति के नाम करवाई करोड़ों की प्रॉपर्टी हड़पना चाहते हैं। प्रीति ने कोर्ट में कहा- उसे प्रॉपर्टी की लालसा नहीं है।
0 टिप्पणियाँ