Music

BRACKING

Loading...

मप्र / गोविंद सिंह बोले- संयुक्त पंजीयक को मैंने फोन किया तब भी 25 हजार मांगे


Govind Singh said - I called the joint registrar even then asked for 25 thousand

  • सहकारिता विभाग के तीन अधिकारी भ्रष्टाचार के मामले में सस्पेंड


ग्वालियर . भ्रष्टाचार के आराेप में संयुक्त पंजीयक एवं आयुक्त सहकारिता अभय खरे, वरिष्ठ अधीक्षक राधेलाल जाटव आैर अंकेक्षण अधिकारी रविंद्र शर्मा काे सस्पेंड कर दिया गया है। सहकारिता आैर सामान्य प्रशासन विभाग के मंत्री डाॅ. गाेविंद सिंह ने रविवार काे यहां संवाददाताआें से चर्चा करते हुए यह जानकारी दी। उन्हाेंने कहा कि रिश्वतखाेरी आैर भ्रष्टाचार में लिप्त काेई भी अधिकारी आैर कर्मचारी बख्शा नहीं जाएगा।
 
डाॅ. सिंह ने कहा कि नागरिक सहकारी बैंक गढ़ा, गुना के प्रबंधन ने शिकायत की थी कि सारे दस्तावेज पूरे हाेने के बाद भी अभय खरे एनआेसी लैटर जारी नहीं कर रहे हैं। मैंने खुद उन्हें फाेन किया। इसके बाद भी उन्हाेंने काम न करते हुए पचास हजार की जगह 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। डाॅ. सिंह ने कहा कि पिछले 15 साल में भाजपा ने सहकारिता विभाग काे भ्रष्टाचार विभाग आैर चारागाह में तब्दील कर दिया था। हम स्थिति काे सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन हम भी काेई जादूगर नहीं हैं। 
जिंदादिली का सबूत देते हैं कांग्रेस के नेता : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष काे लेकर मची खींचतान आैर इस बीच ज्याेतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात काे लेकर सवाल पर डाॅ. सिंह ने कहा- वे हमारे वरिष्ठ नेता हैं। मैं पिछले दिनाें उनसे मिला था। क्या हमारी मुलाकात पहली बार हुई? इसमें हैरानी क्याें? उन्हाेंने अगला विधानसभा चुनाव न लड़ने की बात भी दाेहराई। कांग्रेस नेताआें की बयानबाजी पर कहा- कांग्रेस के लाेग जिंदादिली का सबूत देते रहते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा मंत्रियाें काे लिखी गई चिठ्ठी काे लेकर उन्होंने कहा, जनता के कामाें के लिए सिफारिश करना काेई अपराध नहीं है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ