शिवपुरी. सुरवाया थानांतर्गत फोरलेन हाईवे पर बुधवार की दोपहर एक सड़क हादसे में झाबुआ एडीजे की कार डिवाइडर पर चढ़ गई। हादसे में एडीजे सहित उनका बेटा व पत्नी भी घायल हो गए। एक बेटा व एक बेटी को मामूली चोटें आई हैं। एडीजे द्वारा लिए गए तत्काल निर्णय तथा सीट बेल्ट पहने होने के कारण एक बड़ा हादसा टल गया अन्यथा यह सड़क हादसा काफी बड़ा व गंभीर हो सकता था। पुलिस ने मामले की विवेचना प्रारंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार झाबुआ एडीजे (अतिरिक्त जिला न्यायाधीश) के पद पर पदस्थ टीकमगढ़ निवासी राजेश कुमार पुत्र रामेश्वर प्रसाद देवलिया दीपावली की छुट्टियों में अपने परिवार के साथ टीकमगढ़ आए हुए थे। छुट्टियां खत्म होने पर बुधवार को वह वापस अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। बुधवार दोपहर 12 बजे वह झांसी से अपनी बहन के यहां से टीका करवाकर रवाना हुए। करीब एक घंटे बाद जैसे ही वह फोरलेन हाईवे पर सुरवाया थाने से झांसी की तरफ करीब दो किमी दूर स्थित एक हनुमान मंदिर के पास पहुंचे तभी अचानक से एक ट्रक उनके सामने (रांग साइड से) आ गया। ट्रक चालक ने ट्रक को काबू करने का प्रयास किया, परंतु वह ट्रक पर से अपना नियंत्रण खो बैठा और ट्रक सड़क के बीचोंबीच पलट गया। एडीजे के अनुसार सड़क के पलटने से पहले उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि या तो यह ट्रक उन्हें टक्कर मार देगा अथवा पलट जाएगा। इसी के चलते उन्होंने कार को डिवाइडर के ऊपर चढ़ाने का निर्णय लिया। कार जैसे ही डिवाइडर से टकराई कार में से एयर बैग निकल आए इस कारण कार की ड्रायवर सीट पर बैठे एडीजे सहित फ्रंट सीट पर बैठा हाल ही में सीजे में सिलेक्ट हुआ उनका बेटा सत्यम गंभीर हादसे का शिकार होने से बच गए। इसके अलावा दोनों ने सीट बेल्ट भी लगा रखे थे, इस वजह से कोई गंभीर चोट उन्हें नहीं आई। कार में पीछे बैठी उनकी पत्नी रश्मि (47) के पैर व आंख के नीचे चोट आई है। इसके अलावा बेटी अनामिका (27) के पैर में मामूली चोट आई है। सभी घायलों को ग्रामीणों की सहायता से इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार झाबुआ एडीजे (अतिरिक्त जिला न्यायाधीश) के पद पर पदस्थ टीकमगढ़ निवासी राजेश कुमार पुत्र रामेश्वर प्रसाद देवलिया दीपावली की छुट्टियों में अपने परिवार के साथ टीकमगढ़ आए हुए थे। छुट्टियां खत्म होने पर बुधवार को वह वापस अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। बुधवार दोपहर 12 बजे वह झांसी से अपनी बहन के यहां से टीका करवाकर रवाना हुए। करीब एक घंटे बाद जैसे ही वह फोरलेन हाईवे पर सुरवाया थाने से झांसी की तरफ करीब दो किमी दूर स्थित एक हनुमान मंदिर के पास पहुंचे तभी अचानक से एक ट्रक उनके सामने (रांग साइड से) आ गया। ट्रक चालक ने ट्रक को काबू करने का प्रयास किया, परंतु वह ट्रक पर से अपना नियंत्रण खो बैठा और ट्रक सड़क के बीचोंबीच पलट गया। एडीजे के अनुसार सड़क के पलटने से पहले उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि या तो यह ट्रक उन्हें टक्कर मार देगा अथवा पलट जाएगा। इसी के चलते उन्होंने कार को डिवाइडर के ऊपर चढ़ाने का निर्णय लिया। कार जैसे ही डिवाइडर से टकराई कार में से एयर बैग निकल आए इस कारण कार की ड्रायवर सीट पर बैठे एडीजे सहित फ्रंट सीट पर बैठा हाल ही में सीजे में सिलेक्ट हुआ उनका बेटा सत्यम गंभीर हादसे का शिकार होने से बच गए। इसके अलावा दोनों ने सीट बेल्ट भी लगा रखे थे, इस वजह से कोई गंभीर चोट उन्हें नहीं आई। कार में पीछे बैठी उनकी पत्नी रश्मि (47) के पैर व आंख के नीचे चोट आई है। इसके अलावा बेटी अनामिका (27) के पैर में मामूली चोट आई है। सभी घायलों को ग्रामीणों की सहायता से इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
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