महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग ने बताया कि सांवेर रोड पर स्थित औद्योगिक क्षेत्रों में सीवर का पानी आ रहा है, हालांकि इन्दौर में इस सीवर के पानी का ट्रिटमेंट किया जा रहा है। 20 नवम्बर से ट्रिटमेंट प्लांट बन्द होने से सीवर का पानी खान नदी को गन्दा कर रहा है। यदि फिर से ट्रिटमेंट प्रारम्भ हो जाये तो खान नदी का गन्दा पानी थोड़ा साफ हो जायेगा। उल्लेखनीय है कि शिप्रा नदी में जल प्रदूषण खान नदी के पानी से हो रहा है। खान नदी में इन्दौर शहर का सीवेज बहता है। अपर मुख्य सचिव श्री रेड्डी ने निर्देश दिये कि इन्दौर नगर निगम द्वारा सीवेज ट्रिटमेंट प्लांट जो स्थापित किये गये हैं, उन्हें अभी 50 प्रतिशत कम क्षमता से चलाया जा रहा है, उसे पूरी क्षमता से चलाया जाये। औद्योगिक इकाईयों से उत्पन्न दूषित जल के उपचार हेतु स्थापित सीटीपी को प्रभावी ढंग से चलाया जाये। तत्सम्बन्ध में कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने अवगत कराया कि वे कलेक्टर इन्दौर से बात कर सीटीपी पूरी क्षमता से चलाने हेतु प्रयास कर रहे हैं। अत: आयुक्त नगर निगम उज्जैन को पूरी क्षमता से सीटीपी चलाने के निर्देश दिये गये। इसके पूर्व अपर मुख्य सचिव श्री रेड्डी ने राघौपिपल्या ग्राम में खान नदी के जल का अवलोकन किया। उन्होंने त्रिवेणी घाट जहां पर स्नान सम्पन्न कराया जाता है, उस स्थल का निरीक्षण किया। साथ ही खान डायवर्शन योजना पर चल रहे सुधार कार्य का अवलोकन किया। बैठक में उज्जैन संभाग कमिश्नर श्री अजीत कुमार, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के श्री जेके सांवला, श्री पीके सिंघल, श्री वीसी शर्मा, श्री डीसी सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक मप्र प्रदूषण निवारण मण्डल उज्जैन श्री एसएन द्विवेदी, महाप्रबंधक उद्योग श्री टीआर रावत सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे। |
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