जिला विधिक सहायता अधिकारी श्रीमती शिखा शर्मा ने बताया कि जन्म लेते ही मनुष्य को कुछ अधिकार प्राप्त होते है जैसे कि स्वच्छ वातावरण में स्वांस लेने का अधिकार, स्वच्छ पेयजल का अधिकार, भोजन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार हैं, इनमें से कई अधिकारों को तो संविधान के अंतर्गत मौलिक अधिकारों का दर्जा प्राप्त हो गया है। उक्त अधिकारों का लाभ समुचित तरीके से जनता को नहीं मिल पाता है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले हमें स्वयं अपने अधिकारों को समझते हुए उनकी मांग करने के साथ-साथ स्वस्थ समाज के निर्माण में भागीदार बनाना चाहिए तथा व्यक्ति के मानवाधिकार का उल्लंघन न हो, इसके लिए मानव अधिकार आयोग की स्थापना की गई है। कार्यक्रम के दौरान एनसीसी के छात्र एवं शासकीय विद्यालय के छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे। जिनके मध्य मानवाधिकार एवं न्याय पालिका से संबंधित प्रश्नोत्तरी का क्विज रखा गया। जिसमें बच्चों को उपहार बांटे गए तथा बच्चों के मध्य हमारे शहर की प्रमुख समस्याओं से संबंधित गतिविधियों का आयोजन करवाया गया तथा बच्चों के सुझाव भी सुने गए। कार्यक्रम के दौरान जिला विधिक सहायता अधिकारी श्रीमती शिखा शर्मा, जैनिथ वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारी श्री भगवती कुशवाह तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। |
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