उत्कर्ष का कहना है कि स्थानीय तौर पर और जिले के आसपास के क्षेत्रों में कटीले तार, खेतों की फैसिंग, औद्योगिक, कृषि, बानिकी, एनटीपीसी, एमपीईबी आदि में काम आते है। इसलिए बेहतर उद्योग की संभावना है। परन्तु इस उद्योग को स्थापित करने में बड़ी धनराशि भी खर्च होगी। महाप्रबंधक द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत लाभ लेकर उद्यम स्थापित करने की सलाह दी गई और इसी सलाह से आज उत्कर्ष एक सफल उद्यमी है। योजना के तहत उत्कृर्ष ने 21 लाख रूपए की यूनिट स्थापित की है। जिसमें विभाग द्वारा 7 लाख 35 हजार मार्जिन मनी भी दी गई है। उत्कर्ष महाजन द्वारा आवश्यक मशीनरी व उपकरण आदि लगाकर तार निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है और उनके द्वारा निर्मित तार न केवल शिवपुरी बल्कि आसपास के क्षेत्र व उत्तरप्रदेश राजस्थान आदि जगहों पर भी भेजे जा रहे है। यूनिट स्थापित होने से लगभग 15 लोगों को रोजगार मिल रहा है और इस यूनिट का वार्षिक टर्नआवर 50 लाख रूपए है। प्रतिमाह की किश्त चुकाने के बाद लगभग 50 हजार रूपए लाभ के रूप में मिल जाते है। |
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