भोपाल। बिजली की सौभाग्य योजना में मंडला के बाद अब सागर और धार जिले में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है। शनिवार को ऊर्जा विभाग की कैबिनेट सब-कमेटी की बैठक में यह मुद्दा उठा। इस पर ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि जहां-जहां शिकायत मिलेगी, वहां जांच कराई जाएगी। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। दरअसल, विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मंडला में सौभाग्य योजना में घोटाले का मुद्दा गंूजा था। इसके बाद दो लोगों को निलंबित कर दिया गया था। अब ऐसा ही मामला सागर व धार में उजागर हुआ है। यहां भी फर्जी तरीके से सौभाग्य योजना का लाभ लिया गया।
कैबिनेट सब-कमेटी की बैठक लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की अध्यक्षता में हुई। इसमें ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सभी मंत्री भी बिजली वसूली में सहयोग करें। अभी दो हजार करोड़ की वसूली पहले की तुलना में बढ़ी है। ग्वालियर में कनेक्शन बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाना भी तय हुआ। बैठक में बिजली की स्थिति पर प्रेजेंटेशन भी दिय गया।
संविदाकर्मियों को वापस रखेंगे नौकरी में-
ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह व ऊर्जा पीएस मोहम्मद सुलेमान से बिजली कंपनियों से निकाले गए संविदा कर्मचारियों ने भी शनिवार को मुलाकात की। इस दौरान ऊर्जा मंत्री ने कहा कि संविदा कर्मियों को फिर से रखने के संबंध में कमेटी गठित की जाएगी। किसी भी संविदाकर्मी के विरुद्ध बगैर जाँच कार्यवाही नहीं होगी।
सभी संविदाकर्मियों की नेशनल पेंशन स्कीम के तहत कटौती करने के संबंध में विचार किया जाएगा। इनकी वेतन-वृद्धि प्रतिवर्ष एक प्रतिशत से बढ़ाकर शासन की नीति अनुसार की जाएगी। अधिकारी वर्ग में रिक्त पदों पर होने वाली भर्ती में 25 से बढ़ाकर 30 प्रतिशत और कर्मचारियों के पद पर 40 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत पदों में संविदाकर्मियों को मौका देने पर विचार किया जाएगा।
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