*जितेन्द्र तिवारी & एकांश पटेल.... खबर ए प्रेस क्लब बिर्रा*
भगवान को पाने के लिए भटकने की जरूरत नही
अगर दिल मे प्रभु के लिए सच्चा *प्रेम हो भाव* हो तो भगवान को पाया जा सकता है
अगर ध्रुव जो पांच साल की अवस्था मे भगवान की प्राप्ति कर लिया तो हम क्यों नही कर सकते
पाँच वर्ष का बालक जिसको न वेद पढ़ना आता है न शास्त्र वाचन आता है
फिर भी भगवान मिले
भगवान को प्राप्त करने के लिए केवन सच्चे *प्रेम* की आवश्यकता है
जिनका मन *निर्मल* होता है उन्हें ही प्रभु प्राप्त होते हैं।
तदुपरांत महाराज श्री ने
जड़ भरत, अजामिल उपाख्यान, प्रह्लाद चरित्र, इत्यादि कथा श्रवण कराई
आज महाराज श्री ने
कथा में ग्राम *दर्रामुड़ा* के भक्तों की खूब तारीफ की
मौसम खराब होने से बारिश भी पड़ी अपितु दर्रामुड़ा के भक्तों ने आज भगवान को भी बतला दिया कहा कि प्रभु आप पानी बरसाओ की पथ्थर बरसाओ
दर्रामुड़ा के भक्त *कच्चे नही सच्चे* है।
बारिस में भी भक्त अपनी जगह में जमे रहे
और खूब राधा नाम की गंगा में *स्नान* किये।
0 टिप्पणियाँ