भोपाल/ सीहोर. इंदौर-भोपाल स्टेट हाइवे पर तकीपुर गांव के पास सीहोर-आष्टा के बीच हुए भीषण हादसे में पूर्व सांसद प्रतिनिधि व उनके बड़े भाई की मौत हो गई। जबकि हादसे में उनका छोटा भाई, 10 साल की भतीजी, भाई की पत्नी समेत तीन लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में हादसे की वजह तेज रफ्तार में कार का अनियंत्रित होकर पलटना सामने आया है।
सीहोर पुलिस हादसे की अन्य वजह की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, अमर बस्ती चौकी इमामबाड़ा निवासी 49 वर्षीय राजेन्द्र सिंह चौहान समाजसेवी थे और कैलाश जोशी के सांसद प्रतिनिधि रहे थे। बुधवार को वह अपने बड़े भाई 54 वर्षीय सतीश चौहान, छोटे भाई दिलीप व उनकी पत्नी संतोष चौहान, 10 वर्षीय बेटी रिशिका के साथ कार में सवार होकर देवास रसोई के कार्यक्रम में जाने को निकले। इंदौर-भोपाल स्टेट हाइवे पर तकीपुर गांव के पास कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क के नीचे जा गिरी। करीब 100 फीट तक गड्ढों से कूदती हुई पुलिया की दीवार से टकराकर पलट गई।
हादसे में राजेन्द्र व उनके बैंककर्मी बड़े भाई सतीश की मौके पर मौत हो गई। जबकि छोटा भाई दिलीप व उनकी पत्नी संतोष, बेटी रितिशा गंभीर रूप से घायल हो गईं। तीनों का भोपाल के अलग-अलग अस्पताल में उपचार चल रहा है। संतोष की हालत नाजुक है।
राजेन्द्र ने शहर में गढ़ी थी अपनी पहचान
राजेन्द्र चौहान छींदवाले दद्दा सेवा समिति भी चलाते थे। मंगलवार को सोमवारा इलाके में घर-घर प्रसाद भी देते थे। मंगलवार को ही उन्होंने सीएसपी बिट्टू शर्मा का सम्मान करने एक कार्यक्रम आयोजित किया था। बताया गया कि राजेन्द्र नगर निगम में भी पदस्थ रहे हैं।
परिजन को करना पड़ा इंतजार
दिलीप के रिश्तेदार दीपक बोयत ने बताया कि हादसे के बाद पोस्टमार्टम में काफी समय लगा है। पीएम में समय लगने को लेकर अस्पताल प्रबंधन पुलिस और पुलिस अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार बताती रही। दरअसल, बुधवार को सुबह जिला अस्पताल में एक के बाद एक छह बॉडी पीएम के लिए आईं थी। डॉक्टर्स ओपीडी में व्यस्त थे। जिला अस्पताल में डॉक्टर्स की पहले से ही कमी है। दो पीएम तीन डॉक्टर्स की टीम बनाकर किए जाने थे, इसलिए पीएम समय पर नहीं हो सके, लेकिन इस दौरान देरी के लिए पुलिस डॉक्टर्स और अस्पताल प्रबंधन पुलिस को जिम्मेदार बताते दिखाई दिए।
दो वजह से हादसे की आशंका
तेज रफ्तार: पुलिस का कहना है कि क्षतिग्रस्त कार की हालत देखकर लग रहा कि हादसे के वक्त कार की रफ्तार 100 से अधिक रही होगी। चालक परिवार से बात कर रहा होगा, तभी कार डिवाइडर की तरफ सटी होगी। डिवाइडर से बचने चालक ने अचानक कार टर्न की होगी। तभी असंतुलित होकर पलट गई।
मवेशी: पुलिस को यह भी आशंका है कि हाईवे पर अचानक मवेशी आया होगा। ऐसे में चालक ने उसे बचाने का प्रयास किया होगा, तभी कार अनियंत्रित हुई।
मवेशी: पुलिस को यह भी आशंका है कि हाईवे पर अचानक मवेशी आया होगा। ऐसे में चालक ने उसे बचाने का प्रयास किया होगा, तभी कार अनियंत्रित हुई।
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