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मैरिज गार्डनों को अब नहीं मिलेगा बिजली का अस्थाई कनेक्शन l shivpuri news


शिवपुरी. शहर में चल रहे मैरिज गार्डन में होने वाली शादियों के लिए अब बिजली का अस्थाई कनेक्शन नहीं दिया जाएगा। मैरिज गार्डन व विवाह घरों में अब बिजली का उपयोग करना है तो मैरिज हाउस संचालकों को इसके लिए अलग से अपना विद्युत ट्रांसफार्मर लगवाना पड़ेगा। अन्यथा की स्थिति में शादी में रोशनी के लिए जनरेटर का उपयोग करना पड़ेगा। बिजली कंपनी ने यह आदेश कुछ दिन पहले ही जारी किया है और अब विवाह घरों को अस्थाई कनेक्शन पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि अभी तक दस फीसदी ही मैरिज गार्डन ने अपनी अलग से डीपी लगवाई है, जबकि 90 फीसदी अभी भी अस्थाई कनेक्शन के भरोसे संचालित हो रहे थे।
गौरतलब है कि शिवपुरी शहर में एक सैकड़ा से अधिक मैरिज गार्डन व विवाह घर संचालित हैं, जिनमें होने वाली शादी के बदले में किराया लाखों रुपए लिया जाता है। शादी वाली रात यह मैरिज गार्डन चौतरफा बिजली से जगमगाते हैं, लेकिन यह रोशनी अस्थाई कनेक्शन के माध्यम से होती है, जिसमें कई बार बिजली की खपत अधिक कर ली जाती है तथा मीटर में छेड़छाड़ करके उसका बिल कम बनाया जाता है। हालांकि इस खेल में बिजली कंपनी के जिम्मेदार भी मैरिज गार्डन संचालक से सांठगांठ कर बिजली की चोरी करते हैं। यही वजह है कि बिजली कंपनी ने यह निर्णय लिया है कि अब शादी घरों में रोशनी के लिए अस्थाई बिजली कनेक्शन नहीं दिया जाएगा, बल्कि मैरिज गार्डन संचालक को इसके लिए अलग से अपनी विद्युत डीपी लगवाने के साथ स्थाई कनेक्शन लेना होगा। यदि उन्होंने स्थाई कनेक्शन नहीं लिया तो फिर जनरेटर चलाकर ही उन्हें शादी करवानी पड़ेगी।
आदेश पर मैरिज गार्डन संचालक चिंतित
बायपास रोड पर स्थित बड़े मैरिज गार्डन में तो ट्रांसफार्मर लगवा लिया है, लेकिन शहर के बीचोंबीच व हाईवे किनारे स्थित मैरिज गार्डन में अलग से डीपी नहीं लगवाई तथा अभी तक वे शादियों में अस्थाई कनेक्शन लेकर ही रोशनी कर रहे थे, लेकिन अब यहां होने वाली शदियों के लिए उन्हें अस्थाई कनेक्शन नहीं मिलेगा। ऐसे मैरिज गार्डन की संख्या अधिक है, जिन्हें अपनी डीपी लगवानी जरूरी है। इस आदेश को लेकर मैरिज गार्डन संचालक भी चिंतित हैं, क्योंकि अपनी डीपी लगवाने में दो से पांच लाख रुपए की राशि खर्च हो रही है, इसके अलावा उन्हें बिजली की खपत का बिल भी देना पड़ेगा।
मैरिज गार्डनों में और भी कई कमियां
शहर में संचालित मैरिज गार्डन व विवाह घरों में पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते शादियों के सीजन में वाहन सडक़ों पर खड़े कर देने से ट्रैफिक की स्थिति बिगड़ जाती है। बीच बाजार में मौजूद विवाह घरों के पास पार्किंग के लिए जगह ही नहीं है। मैरिज गार्डन से निकलने वाले वेस्टेज मटेरियल को भी वहीं आसपास फेंकने से गंदगी भी बनी रहती है।
यदि कोई घर से शादी करता है, तो उसे अस्थाई कनेक्शन दिया जा सकता है, लेकिन जब मैरिज गार्डन ही बनवा लिया है तो फिर वहां शादियां ही होनी हैं तो फिर अपना ट्रांसफार्मर लगवाना जरूरी होगा। अभी 10 फीसदी ने डीपी लगवाई है, जबकि कुछ की प्रक्रिया चल रही है। अब अस्थाई कनेक्शन नहीं दिया जाएगा, फिर भले ही वे जनरेटर से शादी करें।
पीआर पाराशर, महाप्रबंधक बिजली कंपनी शिवपुरी

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