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ग्राम कन्हाईबंद में श्रीमद्भागवत कथा का समापन


*एकांश पटेल & जितेंद्र तिवारी.... खबर ए प्रेस क्लब बिर्रा 9669803702*

 ✍जगद्गुरु रामानंदाचार्य श्री श्री 108
स्वामी श्री वल्लभाचार्य जी महाराज
(श्री रामहर्षण मैथिली संख्या पीठाधीश्वर अयोध्या ) का   महाराज ने अंतिम दिन सुदामा प्रसंग और परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई। कथा के अंतिम दिन भी श्रीमद् भागवत का रसपान पाने के लिए भक्तों का सैलाब कथा स्थल पर उमड़ पड़ा। कथावाचक महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा का समापन करते हुए कई कथाओं का भक्तों को श्रवण कराया जिसमें प्रभु कृष्ण के 16 हजार शादियां के प्रसंग के साथ सुदामा प्रसंग और परीक्षित मोक्ष की कथायें सुनाई। इन कथाओं को सुनकर सभी भक्त भाव विभोर हो गए। कथा समापन के दौरान महाराज ने भक्तों को भागवत को अपने जीवन में उतारने की बात कही जिससे सभी लोग धर्म की ओर अग्रसर हो। कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती की मिसाल पेश की और समाज में समानता का संदेश दिया। साथ ही भक्तो को बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है तो वहीं इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते है।महाराज ने कथा का रसपान कराते हुए श्रद्धालु़ओं को कहा कि मनुष्य को सोच-समझकर बोलना चाहिए। बोलने व लिखने से पहले चिंतन करना चाहिए क्या लिखने जा रहे हैं उसे समझ लें और क्या बोलने जा रहे हैं उसके विषय में सोच लें, तभी जाकर कुछ भी बोले व लिखें ऐसे में कुछ सोच समझकर ही बोले इसी में समझदारी है।महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा श्रवण एवं सत्संग से जीवन मे अमूल्य परिवर्तन होता है।कथा के आयोजक व यजमान सीताराम पटेल पत्नी त्रिवेणी भाई पटेल श्याम लाल पटेल शत्रुघ्न पटेल कथा श्रवण करने पहुंचे आचार्य अमित मिश्रा पूर्व सरपंच प्रभाकर तिवारी दिनेश राठौर रजनीकांत तिवारी रामेश्वर पटेल विश्वजीत राठौर दयाराम राठौर ने व्यासपीठ से आशीर्वाद प्राप्त किया।इस अवसर पर  सैकड़ों की संख्या में भक्तगण/श्रद्धलु उपस्थित थे।

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