शिवपुरी. केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा राशन की दुकानों पर सस्ते दामों में मांसाहार उपलब्ध कराने की योजना के खिलाफ रविवार को जैन समाज सड़क पर उतरा और तहसीलदार को मुख्यमंत्री कमलनाथ तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा। जैन समाज के लोगों का कहना है, केंद्र सरकार राशन की दुकानों पर अंडा, मांस, मछली व चिकन वितरण तथा राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर अंडा वितरण का निर्णय लिया है, जो निंदनीय हैं। इस निर्णय के विरोध में रविवार को अखिल भारतीय शाकाहार परिषद एवं सकल जैन समाज शिवपुरी के तत्वाधान में इस शाकाहार रैली का आयोजन किया गया है। रैली में समस्त जैन मंदिरों के पदाधिकारी, महिला मंडल, नवयुवक मंडल, बालिका मंडल, सभी पाठशाला परिवार के बच्चों ने शिकर की और रैली निकालकर शिवपुरी तहसीलदार बीएस कुशवाह को मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
महेंद्र जैन भैय्यन ने ज्ञापन का वाचन करते हुए कहा, भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा विजन डाक्यूमेन्ट 2035 के तहत 1 अप्रेल 2020 से आगामी 15 वर्ष तक भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए ये निंदनीय निर्णय लिया गया है, जिसमें राशन की दुकानों पर अण्डा, मांस, मछली एवं चिकन का वितरण सस्ते दाम पर किया जाएगा। इस एक गलत निर्णय से गली-गली में मांसाहार की दुकान खुल जाएंगी, जिसके कारण अनेक बीमारियां फैलेंगी तथा मांस विक्रय के कारण सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कार्यरत शाकाहारी लोगों को रोजगार छोडऩा पड़ेगा। इसी प्रकार मप्र सरकार द्वारा भी 1 अप्र्रल से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अंडा वितरण का बहुत ही घटिया निर्णय लिया गया है, जिसमें छोटे-छोटे बच्चों को बचपन से ही मांसाहारी बनाकर उनका भी धर्म भ्रष्ट किया जाएगा। अगर केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा अपने ये गलत निर्णय वापस नहीं लिए जाते हैं तो समस्त शाकाहारी समाज सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेगा।

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