www.anticorruptionews.com की ताज़ा ख़बर,
ब्रेकिंग न्यूज़
भोपाल। कांग्रेस पार्टी में अब सिर्फ दो गुट बचे हैं और दोनों के बीच 'सबसे मजबूत कौन' प्रतियोगिता शुरू हो गई है। इंदौर, उज्जैन रतलाम आदि क्षेत्र दिग्विजय सिंह का प्रभाव माना जाता है परंतु इन इलाकों में कमलनाथ खुद को मजबूत कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह के समर्थक प्रेमचंद गुड्डू को कांग्रेस में वापस लाने के बहाने कमलनाथ में सज्जन सिंह वर्मा और दूसरे नेताओं का कद बढ़ा दिया। एक एंगल यह भी बनता है कि कमलनाथ ने जता दिया है कि कांग्रेस पार्टी में वह दिग्विजय सिंह के मुकाबले ज्यादा शक्तिशाली है।
कमलनाथ ने सज्जन वर्मा सहित विधायकों को मीटिंग बुलाया
प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के कार्यालय का कर्मचारी भी यदि फोन करके कह देता तो सज्जन सिंह वर्मा को प्रेमचंद गुड्डू के नाम पर कोई आपत्ति ना होती परंतु अपने समर्थकों को प्रेमचंद गुड्डू के मुकाबले ज्यादा पावरफुल बताने के लिए कमलनाथ में भोपाल में एक मीटिंग का आयोजन किया। इस मीटिंग में सज्जन सिंह वर्मा, उज्जैन जिले की तराना सीट से विधायक महेश परमार व घट्टिया से विधायक रामलाल मालवीय, रतलाम जिले की आलोट विधानसभा सीट से विधायक मनोज चावला को बुलाया गया और यह जताया गया कि प्रेमचंद गुड्डू की कांग्रेस में वापसी तभी संभव है जब सज्जन सिंह वर्मा सहित यह सभी विधायक NOC दे दें।
प्रेमचंद गुड्डू: टिकट के लिए पहले दल बदला और अब...
कांग्रेस पार्टी और उज्जैन-रतलाम क्षेत्र में प्रेमचंद गुड्डू का अपना दबदबा हुआ करता था। लोक प्रेमचंद गुड्डू का समर्थक होने में गर्व महसूस करते थे। एक चुनावी टिकट के लिए प्रेमचंद गुड्डू ने पहले कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया और जब चुनाव में शर्मनाक हार मिली तो वापस कांग्रेस में आने के लिए क्या-क्या नहीं करना पड़ रहा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दरबार तक तो ठीक था लेकिन पहले कमलनाथ के सामने और आप क्षेत्रीय नेताओं की NOC, प्रेमचंद गुड्डू को भले ही सांवेर विधानसभा सीट से टिकट मिल जाए लेकिन कांग्रेस पार्टी की लाइन में सबसे पीछे आकर खड़े हो
0 टिप्पणियाँ