आग की चपेट में आकर राजवीर कुशवाह, छोटू कुशवाह, मनीष कुशवाह निवासी कैथोदा की दुकान एक दूसरे से सटी हुई थीं। इसलिए इनका सामान पूरी तरह जल गया और वहीं बगल में पप्पू व सत्यवीर की दुकान थी। इनका सामान बाहर निकाल दिया फिर भी सत्यवीर का कांटा जल गया। आग से करीब ढाई लाख रुपए की क्षति होना बताया गया है। आग कैसे लगी यह तो स्पष्ट नहीं हो सका है लेकिन पीडि़त दुकानदारों ने किसी के द्वारा लगाई जाने की आशंका जताई है। क्योंकि कुछ दिन पहले आई आंधी में केबिल टूट जाने से इन दुकानों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप पड़ी थी। इसलिए शॉर्ट सर्किट से तो आग लग नहीं सकती। राजवीर कुशवाह का कहना हैं कि दुकानों में सब्जी भरी थी। लॉक डाउन के चलते पहले से ही परेशान थे और अब आग ने बड़ा नुकसान कर दिया। मौके पर सिटी कोतवाली पुलिस भी पहुंच गई थी।
..... तो जल जाती हैं एक सैकड़ा से दुकान
सब्जी मंडी में सुबह करीब पौने छह बजे आग लगी। उस समय सभी दुकानदार वहां मौजूद थे। अगर यह आग रात को लग जाती तो करीब एक सैकड़ा से अधिक दुकान जलकर राख हो जाती हैं। दुकानदारों के मौजूद रहने से उन्होंने स्वयं प्रयास किया और जब तक फायर बिग्रेड आई तब आग को आगे नहीं बढऩे दिया। फायर बिग्रेड ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया अगर फायर बिग्रेड नहीं पहुंचती तो बड़ी क्षति हो सकती थी।
नहीं पहुंचे राजस्व अधिकारी
सब्जी विक्रेताओं की दुकान में रखा पूरा सामान राख हो गया। लॉक डाउन के दौरान दुकानदार वैसे ही परेशान थे, दुकान ठीक से खुल नहीं पा रहीं थीं। रोजाना सुबह कुछ समय के लिए दुकान खुलती थंी इसी से जो आय होती, उससे गुजारा कर रहे थे। उस पर भी आग बरस पड़ी। आग से हुई क्षति का आकलन करने अभी तक कोई राजस्व अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा हैं। दुकानदारों का कहना हैं कि दुकानों में बिजली कनेक्शन कटे पड़े हैं ऐसी स्थिति में शॉर्क सर्किट से आग लग नहीं सकते इसलिए संभवतह किसी ने आग लगाई है।

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