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पंखा चलाने से धूल उड़ती है तो फिर पंखुड़ी पर क्यों चिपक जाती है


08 Jul 2020 को भारत मैं उषा पंखे की मूल्य ...
 हम सब जानते हैं, यदि कहीं पर धूल जमा है और उसके सामने हम पंखा चला दे तो वह धूल अपनी जगह पर टिकी नहीं रह पाएगी। पलक झपकते ही उड़ जाएगी। सवाल यह है कि जब पंखा धूल का दुश्मन है तो फिर वही धूल उसी पंखे की पंखुड़ियों पर कैसे चिपक जाती है। पंखा ताकतवर है या धूल।


पंखा चलाने पर सामने रखी दूर क्यों उड़ जाती है

इस सवाल के जवाब को समझने के लिए गहराई में जाने की कतई जरूरत नहीं है। सिर्फ पंखे के आगे और पीछे जाने की जरूरत है। यदि धूल पंखे के सामने रखी है तो पंखा चलाते ही धूल उड़ जाएगी, क्योंकि पंखा तेज गति से हवा को फेंकता है और हवा धूल को अपने साथ उड़ा ले जाती है। ऐसी स्थिति में पंखा ताकतवर और धूल कमजोर दिखाई देगी। कई बार तो धूल या धूल के जैसे हल्के कणों को हवा में उड़ाने के लिए पंखे का उपयोग किया जाता है। बॉलीवुड की फिल्मों में या फिर किसी लाइव कंसल्ट में जब आपने स्टेज पर धुंआ उड़ते हुए देखा होगा तो आप को समझने में देर नहीं लगी हुई कि इसे उड़ाने के लिए एक पंखे का उपयोग किया गया है। 

पंखे के पंखुड़ियों में धूल जमा क्यों हो जाती है 

आइए अब पंखे के पीछे चलते हैं। यह तो सभी जानते हैं कि वातावरण में हवा के साथ थोड़ी नमी और कुछ प्रदूषित कण हमेशा करते रहते हैं। किसी भी पंखे की पंखुड़ियां कुछ इस तरीके से डिजाइन की जाती है कि वह अपने पीछे मौजूद हवा को खींचकर तेजी से आगे की तरफ फेंक देती है। पंखुड़ियों की स्पीड जितनी ज्यादा होती है हवा उतनी ही तेजी से खींची और फेंकी जाती है। इस प्रक्रिया के दौरान पंखे के पीछे वातावरण में मौजूद नमी और उसके साथ प्रदूषित कण पंखुड़ियों से आकर चिपक जाते हैं। धीरे-धीरे जब इनकी संख्या बहुत ज्यादा हो जाती है तो आपको पंखुड़ियों में काला कचरा दिखाई देने लगता है। आप इसे धूल कह सकते हैं परंतु यह धूल नहीं होती। यह मनुष्य के लिए हानिकारक प्रदूषित वायु के कण है।

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