Music

BRACKING

Loading...

शिवपुरी : 10 करोड़ का घोटाला खुला तो सहकारी बैंक से मार्कफेड ने मांगे खाद के 9.50 करोड़ रु.

                     


 

कोलारस शाखा का घोटाला पकड़े जाने के बाद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक (सीसीबी) इन दिनों चर्चा में है। सीसीबी की कोलारस शाखा में कैशियर ने ऑपरेटर की मिलीभगत से 10 करोड़ से अधिक का घोटाला किया है। इस खुलासे के बाद दूसरी संस्थाएं सीसीबी से अपना पैसा मांग रही हैं। मार्कफेड ने खाद के करीब 9.30 करोड़ रुपए मांगे हैं। जिले में समर्थन मूल्य पर उपज खरीदने वाली सोसायटियों का भी दो साल का 1.70 करोड़ रुपए कमीशन बकाया है। उधर, कोलारस मामले को लेकर भोपाल का दल अभी तक अपनी जांच खत्म नहीं कर पाया है।

मार्कफेड ने कृषि आदान (खाद) के तहत जिला सहकारी बैंक से संबंधित प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं (पैक्स सोसायटियां) को खरीफ सीजन के लिए खाद मुहैया कराया था। इसके करीब 9.50 करोड़ रुपए के भुगतान में इस साल सीसीबी ने देरी कर दी है। मार्कफेड की तरफ से लगातार पैसे जमा करने की मांग की जा रही है। वहीं जिले की 60 से अधिक पैक्स सोसायटियां भी साल 2019-20 और 2020-21 में समर्थन मूल्य पर हुई खरीदी के एवज में शासन से जारी कमीशन के 1.70 करोड़ रुपए की लगातार मांग कर रही हैं। दरअसल सीसीबी शाखा कोलारस में घोटाला सामने आने पर संस्थाओं को अपने पैसे की चिंता सता रही है।

सीसीबी शिवपुरी पर ऋण के अपेक्स बैंक का 48.04 करोड़ लेना शेष

सीसीबी शाखा शिवपुरी जिले की शाखाओं व संबंधित साेसायटियों के माध्यम से किसानों को नगद रुपए लोन पर देती है। नाबार्ड के जरिए अपेक्स बैंक द्वारा सीसीबी शिवपुरी को ऋण दिया जाता है। अपेक्स बैंक काे सीसीबी से 48.04 करोड़ लाना शेष हैं। हालांकि यह रकम सितंबर 2021 तक जमा करने की समय सीमा है।

निष्पक्ष जांच कराने सहकारिता प्रदेश प्रभारी से महाप्रबंधक को हटाने की मांग

भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला संयोजक हरवीरसिंह रघुवंशी का कहना है कि बैंक से जुड़े ग्राहकों में असमंजस है। सीसीबी की महाप्रबंधक को पत्र भेजकर जानकारी मांगी है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सहकारिता प्रदेश प्रभारी योगेश ताम्रकार से भी बात की है। वर्तमान महाप्रबंधक को हटाकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग रखी है। मामले में सीसीबी शिवपुरी की महाप्रबंधक लता कृष्णन से फोन पर संपर्क करना चाहा तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।

  • 3 दिन की छुट्‌टी के चलते जांच दल भोपाल लौटा, सोमवार को फिर आएगा: भाेपाल से आए जांच दल के सदस्य शुक्रवार, शनिवार और रविवार की छुट्टी के चलते गुरुवार की रात कागज लेकर भोपाल लौट गए। अब सोमवार को फिर से शिवपुरी आकर आगे जांच जारी रखेंगे। हालांकि जांच दल की तरफ से अभी तक की जांच के संबंध में कुछ भी जानकारी नहीं दी जा रही है।
  • कोलारस के बाद पोहरी, बैराड़ व करैरा शाखा भी जांच की जद में: कोलारस के बाद अब पोहरी, बैराड़ व करैरा शाखा भी जांच की जद में आ गईं। सूत्रों की मानें तो पोहरी व बैराड़ में सूखा के बाद किसानों के लिए बीमा क्लेम के 2-2 करोड़ जारी हुए थे। इस रकम को खुर्दबुर्द करने की बात निकलकर सामने आ रही है। अन्य लेनदेन की भी जांच होना है। करैरा शाखा में भी बड़े पैमाने पर आर्थिक अनियमितता की सूचना है।

हमारा 9.50 करोड़ बकाया है, भुगतान में ज्यादा देर की

जून महीने में खाद उपलब्ध कराया था। हमारा 9.50 करोड़ रुपए बकाया है। इस साल भुगतान में ज्यादा देर कर दी है। इसलिए हम अपने पैसे की हर दिन मांग कर रहे हैं। हालांकि 31 मार्च 2021 तक के 8.22 करोड़ रुपए पूरे दे दिए थे लेकिन अब फिर भुगतान पेडिंग हो गया है।
विनोद कोटिया, डीएमओ, मार्कफेड

सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन से 1.70 करोड़ कमीशन भेजा, हमें नहीं दिया

मप्र स्टेट सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन की तरफ से हेड ऑफिस (सीसीबी) शिवपुरी को 1.70 करोड़ कमीशन के भेजे जा चुके हैं। समर्थन मूल्य खरीदी वाली जिन सोसायटियों पर उचित मूल्य दुकानें नहीं, उनका पीडीएस का पैसा काटा है। कमीशन का पैसा देने की कई बार मांग कर चुके हैं। अब भोपाल जाकर बात रखेंगे।
महेंद्र सिंह कुशवाह, अध्यक्ष, मप्र सहकारी कर्मचारी समिति जिला शिवपुरी


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ