ग्वालियर शहर में कोरोना वायरस का प्रकोप तो खत्म हो गया, लेकिन डेंगू वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। बीते 45 दिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो 650 से ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में आए हैं, यानी कि हर रोज लगभग 14 से ज्यादा लोगों की डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दूसरी ओर मलेरिया विभाग की मानें तो डेंगू की रोकथाम के लिए हर रोज सैकड़ों घरों में सर्वे किया जा रहा है।
प्रभारी मलेरिया अधिकारी डॉ. नीलम सक्सेना ने बताया कि 1 सितंबर से लेकर 14 अक्टूबर तक कुल 57760 घरों में सर्वे किया गया। इसमें से 2917 घरों में रखे कंटेनर में डेंगू का लार्वा मिला। गौर करने वाली बात ये है कि जिन क्षेत्रों में डेंगू के मरीज लगातार मिल रहे हैं, वहां फोगिंग और छिड़काव भी किया गया, लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं हुआ।
जिम्मेदार बोले- केवल प्रशासनिक प्रयास काफी नहीं
केवल स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम द्वारा लार्वा विनष्टीकरण का काम नहीं किया जा सकता। इसमें सभी का सहयोग जरूरी है। सभी लोग ये प्रयास करें की हर रविवार को 15 मिनट केवल इसी काम के लिए दें, जो कंटेनर या पात्र खुले रहते है। उनमें रखे पानी को बदलें और सुखाने के बाद ही उनमें फिर से पानी भरें।
-डॉ. नीलम सक्सेना, प्रभारी मलेरिया अधिकारी
35 सैंपल की जांच में 9 को निकला डेंगू, इनमें सात बच्चे
दशहरे की वजह से शुक्रवार को डेंगू के केवल 35 सैंपल की जांच हुई। इसके बाद भी 9 लोग संक्रमित निकले। इसमें भी खास बात ये है कि डेंगू संक्रमित में से सात बच्चे हैं। इसमें डेढ़ साल की गोल पहाड़िया निवासी लावन्या भी शामिल है। गौर करने वाली बात ये है कि डेंगू के केस हॉट-स्पॉट माने जा रहे क्षेत्र जैसे रणधीर कॉलोनी, सिद्धेश्वर नगर, सीपी कॉलोनी से ही मिले हैं। गजराराजा मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को डेंगू की जांच नहीं हुई। शहर में डेंगू के अब तक कुल 674 केस सामने आ चुके हैं।
डेंगू से जुड़ी खास बातें, जो आपको मालूम होना चाहिए
1. डेंगू वायरस की कोई वैक्सीन नहीं बनी। 2. डेंगू वायरस के कुल चार स्ट्रेन होते हैं। 3. डेंगू होने के लगभग सात दिन के बाद शरीर में एंटीबॉडी बनना शुरू होती है। 4. डेंगू पीड़ित को काटने के बाद सामान्य मच्छर (एडीज) भी संक्रमित हो जाता है। ऐसे में डेंगू संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद एडीज मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है, तो उस व्यक्ति को भी डेंगू हो सकता है। 5. व्यक्ति को काटने के बाद डेंगू का मच्छर साफ पानी में अंडे देता है। एक मच्छर अलग-अलग स्थानों पर 300 तक अंडे देता है। 6. अंडे देने के दो दिन में लार्वा, अगले दो दिन में प्यूपा और बाद के तीन दिन में मच्छर बनकर उड़ जाता है। 7. डेंगू का मच्छर अधिकतम 400 मीटर की दूरी ही तय कर पाता है। ये मच्छर दिन के समय काटता है।
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