ग्वालियर रेलवे का झांसी मंडल मुंबई लोकल की तरह 200 से 300 किमी के दायरे में पैसेंजर ट्रेन की जगह मेमू (मेल लाइन इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) ट्रेन चलाने की शुरुआत कर दी है। यह सभी ट्रेन इलेक्ट्रिक इंजन से चल रही हैं। हालांकि अभी ग्वालियर से आगरा के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन की जगह मेमू चलने के लिए यात्रियों को कुछ दिनों तक और इंतजार करना पड़ सकता है।
रेल अफसरों का कहना है कि मेमू ट्रेन का जैसे ही नया रैक आएगा झांसी से आगरा के बीच भी एक मेमू ट्रेन चलाई जाएगी। इस ट्रेन में अधिक संख्या में यात्री सफर कर सकेंगे। दरअसल, मेमू ट्रेन में यात्रियों के लिए खड़े होने की जगह रहती है। साथ ही सीटें भी रहती हैं। इससे ज्यादा संख्या में यात्री मेमू ट्रेन में पैसेंजर ट्रेन की तुलना में सफर करते हैं।
मेमू ट्रेन की स्पीड पैसेंजर ट्रेन की तुलना में अधिक रहती है। इससे यात्रियों का समय बचेगा। मेमू में ट्रेन के दोनों तरफ इंजन (मोटर कार) लगे होते हैं। इससे इंजन को आगे-पीछे करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कम स्पेस में आसानी से इसका संचालन हो जाता है।
मेमू ट्रेन चलने की तारीख अभी नहीं बताई जा सकती
मुख्यालय से मंजूरी के बाद 10 मेमू रैक मिले हैं, जो अलग-अलग रूट पर चल रहे हैं। झांसी-आगरा के बीच मेमू ट्रेन कब से चलेगी, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
-मनोज कुमार सिंह, पीआरओ, झांसी मंडल
डेढ़ साल बाद भी ग्वालियर-आगरा पैसेंजर नहीं हुई बहाल
अभी ग्वालियर-आगरा पैसेंजर रद्द चल रही है। इस ट्रेन को रद्द हुए डेढ़ साल से अधिक हो चुके हैं। रेल अफसरों का कहना है कि अब सर्दी आने वाली है। इससे ग्वालियर-आगरा पैसेंजर ट्रेन बहाल नहीं होगी। वहीं झांसी से आगरा पैसेंजर अब स्पेशल एक्सप्रेस के नाम से चल रही है। यह ट्रेन आने वाले दिनाें मेमू ट्रेन के तौर पर रेलवे चलाएगा। इस तरह की तैयारियां रेल प्रशासन कर रहा है।
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