ग्वालियर लगातार दूसरे दिन नौगांव के बाद प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। उत्तर से आने वाली हवा के कारण न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि नौगांव में पारा 8.5 डिग्री रहा। सोमवार को अधिकतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 27.5 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री गिरावट के साथ 8.8 डिग्री दर्ज किया गया।
वहीं सुबह के समय हल्का कोहरा रहा। इस कारण दृश्यता 800 मीटर दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही 18 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। जिससे ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश के कुछ भाग में हल्की बारिश व बूंदाबांदी के आसार हैं। बारिश के बाद अंचल में कोहरा और घना हो सकता है। जिससे यातायात का संचालन प्रभावित होगा।
18 से अंचल में बूंदाबांदी के आसार
मौसम वैज्ञानिक पीके शाहा के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे प्रदेश सहित ग्वालियर-चंबल संभाग में 18 नवंबर से बूंदाबांदी हो सकती है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ भी 18 से सक्रिय रहा है, जिस कारण बादल भी छाएंगे। बादल छंटते ही 20 के बाद कोहरा असर दिखाएगा।
नवंबर में ही असर दिखाने लगी सर्दी, पिछले साल से रात का पारा 60 कम
पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और उत्तरी हवा आने से इस साल मध्य नवंबर में ही सर्दी गहराने लगी है। पिछले साल की तुलना में 15 नवंबर को न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा कम दर्ज हुआ। पिछले साल 15 नवंबर को न्यूनतम तापमान 15.1 डिग्री दर्ज हुआ था। वहीं सोमवार को न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि तापमान में लगातार आ रही गिरावट से डेंगू का कहर कम होने के आसार हैं।
सर्दी और जुकाम के मरीज बढ़ेंगे
मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. श्याम राजपूत सर्दी का असर बढ़ने से अब डेंगू का प्रकोप धीरे-धीरे कम होगा। लेकिन सर्दी के सीजन में लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। हालांकि अब सर्दी बढ़ने से सर्दी, जुकाम और खांसी के मरीज बढ़ेंगे। इसके साथ ही हार्ट अटैक और लकवा के मरीज बढ़ेंगे। क्योंकि सर्दी में खून गाढ़ा हो जाता है।
सलाह
- बचाव के लिए दिन में भी गर्म कपड़े पहनें
- बच्चे और बुजुर्ग सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनकर रखें। {गर्म पानी पीएं। साथ ही ताजा खाना खाएं
- हार्ट के मरीज धूप निकलने के बाद ही बाहर निकलें
- अस्थमा के मरीज सर्दी से खास तौर पर बचाव करें। इसके लिए दिन में भी गर्म कपड़े पहनें।
0 टिप्पणियाँ