ग्वालियर शहर में पड़ रहे जाड़े (कड़ाके की ठंड) ने लाेगाें की जान लेना शुरू कर दिया है। पिछले 10 दिन में ब्रेन और हार्ट अटैक के मरीज 25 फीसदी बढ़ गए हैं। जयाराेग्य चिकित्सालय सहित शहर के प्रमुख निजी अस्पतालाें में हार्ट अटैक के 10 दिन में 250 मरीज भर्ती हुए और 2 की मौत हो गई। इसी तरह ब्रेन अटैक के 98 मरीज भर्ती हुए। इनमें से 5 मरीजों की मौत हो गई।
न्यूरोलॉजिस्ट व कार्डियोलॉजिस्ट ने इस मौसम में ब्लडप्रेशर, डायबिटीज के साथ ब्रेन व हार्ट अटैक के पुराने मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। जिन मरीजों का ब्लडप्रेशर अधिक रहता है और कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ है और डायबिटीज के शिकार हैं उन्हें अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
डॉक्टर्स के मुताबिक हार्ट पेंशेंट सुबह 9 से शाम 3 बजे के बीच घर से बाहर निकलें। धूप निकलने से पहले वाॅक पर न जाएं। हृदय रोग से बचने के लिए ब्लड प्रेशर, शुगर व कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच कराएं। बादाम और पिस्ते का सेवन हृदय रोगियों के लिए लाभदायक है। ग्रीन टी का सेवन भी उनके लिए फायदेमंद हो सकता है।
कहां कितने मरीज हुए भर्ती
1. जेएएच के कार्डियोलॉजी विभाग में पिछले एक सप्ताह में हार्ट अटैक के 78 मरीज भर्ती हुए। 2. बीआईएमआर में एक सप्ताह में 56 मरीज पहुंचे 3. रतन ज्योति डालमिया हार्ट सेंटर में 100 मरीज आए। 4. कल्याण मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हार्ट अटैक के 16 केस पहुंचे। इनमें से 3 मरीजों की मौत हुई है।
इसलिए होता है ब्रेन और हार्ट अटैक
सर्दी में फिब्रिनोजन नामक पदार्थ शरीर में बनने लगता है। इस कारण खून गाढ़ा होने लगता है और ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है। जब ब्रेन में खून पहुंचने में रुकावट आती है तो ब्रेन अटैक और खून हार्ट में नहीं पहुंच पाता तो हार्ट अटैक होता है।
ये हैं अटैक के लक्षण
अचानक हाथ-पैर सुन्न पड़ना या काम करना बंद कर देना, आवाज लड़खड़ाना, आवाज बंद हो जाना, यकायक बेहोश हो जाना, सीने में तेज दर्द और घबराहट होना।
भास्कर एक्सपर्ट पैनल- सुबह 4-7 बजे तक रखें सावधानी
ब्रेन और हार्ट अटैक आमतौर पर सुबह 4 से 7 बजे होता है, इसलिए विशेष सावधानी बरतें। बुजुर्ग या बीमार लोग इस मौसम में टहलने से बचें। - डॉ. दिनेश उदैनिया, विभागाध्यक्ष, न्यूरोलॉजी विभाग, जीआरएमसी
बीपी व हृदय रोगी सुबह न टहलें
ब्लड प्रेशर व हृदय रोगी सुबह टहलने न जाएं। कमरे में बैठकर योगा कर सकते हैं। सीने में दर्द व सांस लेने में परेशानी हो तो विशेषज्ञ को दिखाएंं।- डॉ. पुनीत रस्तोगी, विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी विभाग, जीआरएमसी
कमजोर व्यक्ति न करें व्यायाम
जिन लोगों की एंजियोप्लास्टी या बाइपास सर्जरी हो चुकी है या जिनका हार्ट कमजोर है वह इस मौसम व्यायाम न करें। धूप निकलने के बाद घूम सकते हैं।- डॉ. रविशंकर डालमिया, डायरेक्टर एंड हेड रतन ज्योति डालमिया हार्ट सेंटर
दर्द को न करें नजरंदाज
वे युवा जिन्हें कोई बीमारी नहीं है, वे भी सर्दी से बचाव करें। अगर छाती और पेट में दर्द हो तो विशेषज्ञ को दिखाएं। ये दर्द हार्ट अटैक का भी हो सकता है।-डॉ. प्रतीक भदौरिया, वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट
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