पुराने बस स्टैंड की 1.55 हेक्टेयर जमीन से अतिक्रमण हटाने की तैयारी नगर पालिका ने कर ली है। सीएमओ ने 30 दुकानदारों को 3 दिन में जगह खाली करने के नोटिस थमा दिए, जिससे यहां के दुकानदार परेशान हैं। इस संबंध में नगर पालिका सीएमओ और एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पीड़ितों ने मांग करते हुए कहा कि जब वह नगर पालिका और नजूल को किराया देते रहे हैं तो फिर उन्हें अतिक्रमणकर्ता कैसे माना जा सकता है। इसलिए उन्हें यहां से ना हटाया जाए नहीं तो वह बेरोजगार हो जाएंगे। पुराने बस स्टैंड की जमीन को हाउसिंग बोर्ड के लिए अलॉट कर दिया।
यहां कुल 1.55 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें से 1.09 हेक्टेयर भूमि को हाउसिंग बोर्ड को दिया गया है। जहां वह कांप्लेक्स निर्माण कर यहां से अर्जित राशि को कलेक्टरेट बिल्डिंग और कक्ष निर्माण के साथ-साथ अन्य निर्माण कार्य पर खर्च करेगी। लेकिन उनकी कॉम्प्लेक्स बनाने की क्या प्रक्रिया होगी, वह कितना निर्माण कार्य करेंगे। इसकी अब तक प्लानिंग नहीं हो सकी है। बावजूद इसके यहां से अतिक्रमण हटाने के लिए लोगों को नोटिस जारी कर कार्रवाई करना प्रारंभ कर दिया है। सख्ती-सीएमओ- हाउसिंग बोर्ड और प्रशासन के साथ नपा की यह प्लानिंग, इसलिए दिए नोटिस नगर पालिका सीएमओ शैलेश अवस्थी ने 30 दुकानदारों को नोटिस जारी किए हैं। इनमें माना जा रहा है कि 12 दुकान नगर पालिका की हैं तथा शेष दुकानों को अपना कब्जा हटाने के लिए यहां दुकानदारों को नोटिस थमाए गए हैं। 3 दिन की चेतावनी नोटिस में दी गई है। यदि वह दी गई समय सीमा में इसे नहीं हटाते तो फिर नगर पालिका जहां से अतिक्रमण हटाने बाध्य होगी। पुराना बस स्टैंड कि इस जगह पर 40- 50 साल से काबिज दुकानदार नीलेश सिंह सिकरवार ने आरोप लगाया कि 10-12 दुकानदार ऐसे हैं जिन्होंने नगर पालिका को तत्समय 15-15 हज़ार रुपए देकर पट्टा दिया था। इसके बाद किराए के एवज में उनसे 200 रु. प्रतिमाह भी लिए गए और नगर पालिका ने कहा था कि पक्की दुकान बना कर दी जाएगी। लेकिन दुकानें बनाकर देने के बजाय दुकान से ही बेदखली की जा रही है।
0 टिप्पणियाँ