बम्हनीडीह-निवेदन है कि हम 1 उदेराम आ . परदेशी उम्र 66 वर्ष , 2 श्रीमती सोनिया बाई उम्र 60 वर्ष पति उदेराम 3 गोपाल प्रसाद पिता उदेराम उम्र 36 वर्ष सभी जाति - कुम्हार निवासी ग्राम - बम्हनीडीह थाना व तह , बम्हनीडीह जिला- जाजगीर - चांपा छग के है जो कि दिनांक 08.02.2022 को आवेदक उदेराम अपने रिश्तेदार के यहां शादी में गया हुआ था , और दिनांक 14.02.2022 को सुबह वापस आया तब देखा कि पैतृक कुआ 50 वर्ष पूर्व खुदाया गया था और उसके जल को पूजा पाठ एवं पीने के लिये उपयोग करते हुये शुद्ध बनाकर पीने - खाने के लिये किया जाता था उस कुआ के पार पर भगवान शिव जी की मूर्ति ( शिवलिंग ) ताम्बे के सांप से लपटा हुआ था जो करीबन 6-7 इंच बड़ा था उसके नीचे सालिकराम तुलसी चौरा भी था और उदेराम तथा पूरे परिवार सुबह शाम पूजा पाठ एवं अगरबत्ती दिया जलाते थे और पूजा - पाठ कर धार्मिक उत्सव के रूप में प्रतिदिन बनाते थे उस भगवान के मूर्ति के समक्ष प्रत्येक एकादशी पर रामायण का आयोजन भी किया जाता था । दिनांक 13.02.2022 को श्रीमती द्रोणकुमारी पति मनोहर लाल केवट एवं मनोहर लाल पिता रंगलाल कॅवट पिता राधेश्याम एवं अन्य परिवार के लोग एक राय होकर शाम के करीब 7-8 बजे वहां उपस्थित हुये और कुंआ को पाटने की उद्देश्य से उक्त भगवान की मूर्ति सहित अन्य आस - पास के पत्थर को कुआ के अंदर डाल दिया। इस बात की पता उदेराम के द्वारा लगाया गया तो आस - पास के लोग उक्त लोगो का नाम बतायें थे , जिसकी शिकायत दिनांक 14.02.2022 को थाना - बम्हनीडीह में लिखित रूप किया गया , तथा उदेराम का बयान पुलिस के द्वारा ली गयी , तो उक्त लोगो का नाम स्पष्ट रूप से कथन किया हूं । तब मैं अपने पुत्र गोपाल को साथ लेकर द्रोण कुमारी एवं मनोहर के निवास स्थान अमोदी दिनांक 15.02.2022 को गया और पूछताछ भी किया तब उक्त सभी लोग श्रीमती द्रोणकुमारी पति मनोहर लाल केंवट एवं मनोहर लाल पिता रंगलाल केवट पिता राधेश्याम एवं अन्य परिवार के लोग इकट्ठा होकर एक राय होकर यह धमकी दिये कि हम लोग उस कुंआ को क्रय कर चुके है और उसे पाट कर मकान बनायेगें और पूर्व में दिनांक 13.02.2022 को भी पाटने के लिये गये थे , और आस - पास रखे हुये पत्थर एवं भगवान की मूर्ति एवं कुंआ के पंप को डाल चुके है , तथा जल्द - जल्द से पूरा कुंआ को पाट डालेगें कुंआ के पास आओगे तो या मना करोगे तो जान से मार डालेगें । दिनांक 20.02.2022 को करीबन दोपहर 3-4 बजे उपरोक्त लोग 01 श्रीमती द्रोणकुमारी पति मनोहर लाल केंवट 02 मनोहर लाल पिता रंगलाल केंवट 03 रंगलाल केवट पिता राधेश्याम एवं अन्य परिवार के लोग तथा मजदूरो के साथ कुंआ के • पास आये और अपने हाथ में रोपा , कुदारी , गैती आदि रखे हुये थे , और यह कह रहे थे कि तुम लोग पास में मत आना और इसी रॉपा , कुदारी , गैती से जान से मार डालेगें , और कुआ को पाटकर बतायेगें , इस प्रकार हमारे भगवान को फेंक देने से धार्मिक भावना पर ठेस पहुंचा है , उक्त घटना के संबंध में आस - पास के राहगीर संतोष जायसवाल पिता मदनलाल , राजेश दुबे पिता जानकीप्रसाद दुबे तथा कई राहगीर उस कुंआ के पास आ गये और कुंआ को पाटने से मना भी किये और उदेराम के पूरे परिवार को उदेराम के घर के अंदर ले गये , यदि बीच - बचाव करने नहीं आते तो किसी सदस्य का हत्या भी हो सकता था , तथा उन लोगो को समझाईश भी दिये कि कुंआ पाटना एवं शंकर भगवान की मूर्ति को भी कुआ में डालना धार्मिक धर्म के विरूद्ध है , तब लोग वहां से चले गये , और जाते - जाते यह धमकी दिये कि कभी ना कभी पूरे परिवार को इसी कुंआ में पाट देगें । और कुंआ को पाटकर कुआ में मकान बना देगें । यह कि उदेराम और आस - पास के लोग उक्त कुआ से ही आस - पास खाने - पीने का निस्तारी करते थे , अब कुंआ पट जाने के कारण पानी पीने की काफी तकलीफ हो रही है , और आस - पास कही बोरिंग या नल नही है , काफी परेशानी हो रही है और उनके द्वारा किये गये कृत्य धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाया है । अतः निवेदन है कि उपरोक्त बिन्दुओं की जांचकर उपरोक्त व्यक्तियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही किये जाने की कृपा करें।
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