केरा-शरद पूर्णिमा की अमृत निसा में गुरु घासीदास संगीत महाविद्यालय हसौद के संयोजकत्व एवं ग्राम वासी मिसदा(केरा) के आयोजन में 26वां शरद संगीत समारोह दिनांक 09/10/2022 रविवार को श्रीमती इंदु बंजारे (विधायक, पामगढ़) के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।सर्व प्रथम श्रीमती इंदु बंजारे (विधायक, पामगढ़) शत्रुघ्न नेताम,शिवरात्रि दिवाकर, ईश्वरी निराला,लारेंश निराला,श्रीमती मीना बर्मन तथा गुरु माँ श्री मती अम्बिका रोकड़े के द्वारा माँ वीणापाणि के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।राजकीय गीत "अरपा पैरी के धार"पर भावनृत्य किंकिणि डांस एकेडमी के छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया।समस्त अतिथियों का सम्मान शाल,श्रीफल एवं पुष्पगुच्छ से प्राचार्य के.आर.कश्यप,अध्यक्ष आर.के.सोनवानी,सन्तोष कुमार कश्यप,रामचरण कश्यप,रामेश्वर कश्यप,मोहनलाल देवांगन,दिलीप पटेल,एन. आर.भारद्वाज,हरिराम जायसवाल,सरपंच एवं उप सरपंच मिसदा(केरा) के द्वारा किया गया।कार्यक्रम का कुशल संचालन मनोज कुमार तिवारी द्वारा किया गया।मुख्य अतिथि की आसन्दी से श्रीमती इंदु बंजारे (विधायक, पामगढ़) ने शरद संगीत समारोह की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है वो बहुत ही प्रशंशनीय है।संगीत के माध्यम से सामाजिक समरसता को ताकत मिलती है तथा इसमें महिलाओं की पूर्ण भागीदारी रहती है।समाज महिला शक्ति के बगैर अधूरी है।संगीत विद्यालय भवन के लिए मेरे द्वारा भरपूर प्रयास किया जाएगा ताकि संगीत विद्यालय का संचालन मिसदा में हो सके।मंचासीन सभी अतिथियों द्वारा संगीत कार्यक्रम का आयोजन के लिए सभी कलाकारों श्रोताओ एवं आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित किये तथा ऐसे कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित हो इसकी कामना की गई। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में संगीत विद्यालय सपोस, मालखरौदा,हसौद,ओडेकेरा,चिचोली,बिर्रा,बम्हनीडीह,शिवरीनारायण, सक्ति के विद्यार्थियों के द्वारा अपनी प्रस्तुति दी गई ज्ञात हो कि गुरु घासीदास संगीत महाविद्यालय हसौद द्वारा विभिन्न स्थानों ग्यारह संगीत विद्यालय संचालित हो रहे हैं। सभी विद्यालय को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से मान्यता मिली हुई है।द्वितीय सत्र में आमंत्रित कलाकार हिंडोल सदानंद पेंडसे (शास्त्रीय गायन नागपुर)राजेश मौदेकर(तबला बिलासपुर) कु.भावना चौहान (तबला सोलो खैरागढ़),सुश्री सोमा बरेठ(कत्थक नृत्य खैरागढ़) सभी कलाकारों द्वारा अपनी कला की मनमोहक प्रस्तुति से संगीत प्रेमियों का मन मंत्रमुग्ध हो गया। तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का उत्साह वर्धन किया जाता रहा।इस सुअवसर पर दूर दराज से आए कोरबा,चाम्पा, सारँगड़ के कलाकारों द्वारा भी अपनी प्रस्तुति दी गई। इस संगीतमयी निशा में संगीत गुरु जलकुमार पटेल,दिलीप पटेल,नीलकमल श्रीवास,पवन चंद्रा,कमलेश चौहान,बलभद्र प्रसाद शुक्ला,एल.एन. कुर्रे, के.एल.यादव,वेदराम यादव,दीपक महिलांगे, युगल किशोर पटेल के द्वारा भी अपनी प्रस्तुति दी गई। आज के इस शरद संगीत महोत्सव में महिलाओं,बच्चो एवं बुजुर्गों की बराबर भागीदारी रही तथा संगीत का भरपूर आनंद लेते रहे।उक्ताशय की जानकारी मनोज कुमार तिवारी बिर्रा द्वारा दी गई।
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