पार्क में नगर पालिका की ओर से कोई स्थायी कर्मचारी तैनात नहीं है, झाडियां और घांस इतना बढ गया है कि सांप कीडे मकोडे घूम रहे हैं जिससे पार्क में बच्चों को खेलने के लिए भेजने से डर लगता है, पार्क में जगह जगह वामी बनीं हुईं हैं मंदिर में पूजा करने आते हैं बहुत डर लगता है, झूलों का स्टेण्ड है लेकिन झूले नहीं हैं, बुजुर्गों को टहलने में भी डर लगता है, इन सारी समस्यांओं का रोना रो रहे हैं शहर की पॉश कॉलोनी कही जाने वाली प्रियदर्शनी कॉलोनी के वाशिन्दे यहां भगवान परशुराम के नाम से एक पार्क है जिसकी सुध नगर पालिका कभी नहीं लेती जबकि हो सकता है कि इस पार्क में काम के नाम से कुछ कर्मचारियों का वेतन हर माह नगरपालिका से आहरित किया जा रहा हो।
कॉलोनी वासियों ने बताया कि यहां से हर बार भाजपा पार्षद जीतता है मगर इस पार्क की ओर न तो भाजपा पार्षद ध्यान दे रहे और न ही भाजपा नेता और नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा को कोई फिक्र है जबकि गत वर्ष यहां आयोजित अन्नकूट में नगर पालिका अध्याक्ष को आमंत्रित कर उन्हें समस्याओं से अवगत कराते हुए एक पत्र सौंपा था। पार्क में पुराने झूलों के स्टेण्ड, पाइप ज्यों के त्यों लगे हैं नये झूलों का स्टेण्ड लगा दिया लेकिन उन पर भी अभी तक झूले नहीं टांगे गए हैं। हाइमास्ट लाइट हेतु पाइप लगाए तीन साल हो गए उस पर अभी तक लाइट नहीं लगी है जिससे पार्क में अंधेरा पसरा रहता है।
क्या कहते हैं कॉलोनीवासी -
कालोनीवासी अरूण कुमार शर्मा ने बताया पार्क में मेंटेंनेस के लिए नगर पालिका कोई कर्मचारी नहीं भेजती, यहां कई स्नेक्स। घूम रहे हैं जिससे हमें और बच्चों को डर लगा रहता है पूर्व में हमने सीएमओ, नपाध्यक्ष को अवगत कराया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई हमारी मांग है कि दो आदमी यहां परमानेंट नियुक्त किए जायें।
कालोनीवासी अखिलेश तिवारी का कहना हैं कि हमने यहां पिछले साल जो अन्नुकूट किया था उसके लिए हमने साफ सफाई की और उसके बाद अध्यंक्ष को बुलाकर उन्हें आवेदन दिया जिसे दिए एक साल हो गए यहां कोई साफ सफाई नहीं है। खंभे को लगे तीन साल हो गए मगर उस पर लाइट नहीं लगाई गई है। पुराने झूलों के स्टेण्ड कटे हुए हैं नये झूलों के स्टेवण्डस पर झूला नहीं लगाया, हमारी सुनवाई पार्षद भी नहीं कर रहे हैं।
कालोनीवासी सुनील शर्मा ने बताया पार्क में एक मंदिर है जो आस्था का केंद्र है यहां पूजा अर्चन करने महिलायें पुरूष आते हैं लेकिन जब से हमें पता चला है यहां सांप घूम रहे हैं तब से यहां आने जाने में डर लगता है, यहां मेटेंनेंस के लिए नगर पालिका में कर्मचारियों की एंट्री हो रही है लेकिन यहां कर्मचारी नहीं आ रहे।
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