शिवपुरी नगर पालिका परिषद में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है। सोमवार शाम 6:30 बजे 20 से अधिक पार्षद कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर और जिला न्यायाधीश को नगर पालिका अध्यक्षा गायत्री शर्मा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपा। पार्षदों ने अध्यक्षा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इनमें प्रशासनिक और वित्तीय अनियमितताएं शामिल हैं।पार्षदों का कहना है कि अध्यक्षा की कार्यशैली से शहर की जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। ज्ञापन में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए हैं। सामान्य बैठकें समय पर नहीं होती हैं। पार्षदों की भूमिका को निष्क्रिय कर एकतरफा विकास कार्य किए जा रहे हैं। PIC सदस्य गौरव सिंघल को नियम विरुद्ध हटाया गया। वित्तीय अनियमितताओं का आरोप भी है।
पाम पार्क में बिना बजटीय स्वीकृति 4.5 करोड़ की FD तोड़कर खर्च की गई। स्टेशनरी और वाहन पार्ट्स की खरीद में गड़बड़ी की गई। ठेकेदारों को फर्जी भुगतान किया गया। पेंशन घोटाला और कर्मचारियों के वेतन में देरी के मामले भी सामने आए हैं। कर्मचारियों के शोषण के कारण हड़तालें हुईं। नगर पालिका उपयंत्रियों और ठेकेदार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज है। 20 से अधिक पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं। आरोपों से जुड़े दस्तावेज भी ज्ञापन के साथ जमा किए गए हैं। पार्षदों ने मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 43-क के तहत विशेष बैठक बुलाने की मांग की है।
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