पिछोर की टेकरी सरकार, ढला तथा बामोर डामरोन की गौशालाओं का किया औचक निरीक्षण
शिवपुरी, 27 अगस्त 2025/ कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा गत दिनों पूर्व राष्ट्रीय मार्ग पर बेसहारा गायों की स्थिति को देखते हुए, उनकी देखरेख करने हेतु निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में बुधवार को पिछोर अनुविभागीय दंडाधिकारी (राजस्व) ममता शाक्य द्वारा पिछोर नगर में संचालित श्रीटेकरी सरकार गौशाला एवं सिरसौद से पिछोर राज्यमार्ग पर चलने वाली शासकीय गौशाला ढला एवं बामोर डामरोन का औचक निरीक्षण किया।
जहां पर निरीक्षण के दौरान गौशाला में क्रमशः 84,100, 103 गोवंश देखने को मिले।
एसडीएम द्वारा सभी गौशाला संचालकों से गौशाला में साफ सफाई रखने तथा आने वाले पशुओं का रिकॉर्ड संधारण करने की बात कही। इसके साथ ही गौशाला में शेष बचे पशुओं को टैगिंग करने हेतु पशुपालन विभाग को निर्देश दिए गये।
एसडीएम ने कहा कि यदि राजमार्ग पर बेसहारा गोवंश है, तो उनको भी गौशाला में लाया जाए तथा गौशाला में रखने हेतु संचालकों को निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने गौशाला की मृत गोवंश को बाहर खुले में न डालने को कहा गया, बल्कि उनके लिए ग्राम पंचायत की भूमि आरक्षित कर गड्ढा खोदकर नमक, चूना डालकर निष्पादित करने के निर्देश दिए। इस मौके पर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हेमंत ओझा सहित संबंधित गौशाला के संचालक, ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।
शिवपुरी, 27 अगस्त 2025/ कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा गत दिनों पूर्व राष्ट्रीय मार्ग पर बेसहारा गायों की स्थिति को देखते हुए, उनकी देखरेख करने हेतु निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में बुधवार को पिछोर अनुविभागीय दंडाधिकारी (राजस्व) ममता शाक्य द्वारा पिछोर नगर में संचालित श्रीटेकरी सरकार गौशाला एवं सिरसौद से पिछोर राज्यमार्ग पर चलने वाली शासकीय गौशाला ढला एवं बामोर डामरोन का औचक निरीक्षण किया।
जहां पर निरीक्षण के दौरान गौशाला में क्रमशः 84,100, 103 गोवंश देखने को मिले।
एसडीएम द्वारा सभी गौशाला संचालकों से गौशाला में साफ सफाई रखने तथा आने वाले पशुओं का रिकॉर्ड संधारण करने की बात कही। इसके साथ ही गौशाला में शेष बचे पशुओं को टैगिंग करने हेतु पशुपालन विभाग को निर्देश दिए गये।
एसडीएम ने कहा कि यदि राजमार्ग पर बेसहारा गोवंश है, तो उनको भी गौशाला में लाया जाए तथा गौशाला में रखने हेतु संचालकों को निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने गौशाला की मृत गोवंश को बाहर खुले में न डालने को कहा गया, बल्कि उनके लिए ग्राम पंचायत की भूमि आरक्षित कर गड्ढा खोदकर नमक, चूना डालकर निष्पादित करने के निर्देश दिए। इस मौके पर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हेमंत ओझा सहित संबंधित गौशाला के संचालक, ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।
0 टिप्पणियाँ