आगामी दिनों में रबी फसलों की बोनी प्रारंभ होने जा रही है। ऐसे में किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की पोषक तत्व आवश्यकताओं के अनुसार उर्वरकों का चयन करें।
उपसंचालक कृषि ने किसान भाईयों से अपील की है कि बुवाई के समय खेत में इस्तेमाल किए जाने वाले उर्वरकों से मिलने वाले पोषक तत्वों की मात्रा का ध्यान रखते हुए संतुलित उर्वरक उपयोग को प्राथमिकता दें। रबी फसलों के लिए डीएपी के विकल्प के रूप में एनपीके मिश्रित उर्वरक उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। एनपीके मिश्रित ग्रेड 12:32:16, 16:16:16, 20:20:0:13 आदि उर्वरकों के प्रयोग से फसलों को नत्रजन, फास्फोरस, पोटाश एवं सल्फर जैसे आवश्यक तत्व प्राप्त होते हैं। इससे न केवल फसलों की वृद्धि एवं उत्पादन में वृद्धि होती है, बल्कि मृदा का स्वास्थ्य भी सुदृढ़ होता है। पोषक तत्वों के इस संतुलन से किसानों को बेहतर और गुणवत्ता युक्त उपज प्राप्त होती है।
पिछले वर्ष जिले के प्रगतिशील किसानों ने रबी फसलों में एनपीके मिश्रित उर्वरक का 15036 मै.टन उपयोग कर उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किए थे। इसी क्रम में इस वर्ष खरीफ फसलों में 12415 मै.टन एनपीके मिश्रित उर्वरकों का प्रयोग किया गया, जिससे जिले में वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग में निरंतर वृद्धि दर्ज की जा रही है।

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