एंटी करप्शन न्यूज़
शिवपुरी. मवेशियों को खिलाए जाने वाले दाने के दाम बढ़ गए हैं, इसलिए हमारे दूध के दाम भी बढ़ाओ। यह बात बुधवार को दूधियों ने चिंताहरण मंदिर मेंं दूध के दाम बढ़ाने के लिए आयोजित की गई बैठक के दौरान कही। इस दौरान निर्णय लिया गया कि अगले दस दिन तक दूधिए हड़ताल पर रहेंगे और इस संबंध में एक आवेदन भी दूधियों ने एसडीएम शिवपुरी को दिया है।
दूधियों ने बताया कि इस समय बाजार में मवेशियों को खिलाने वाला पीना 40 रुपए किलो मिल रहा है, जबकि उन्हें दूध के दाम सिर्फ 35 रुपए किलो दिए जा रहे हैं। ऐसे में वह चाहते हैं कि उनके दूध के दाम बढ़ाए जाएं। इसी बात को लेकर बुधवार को दूधियों ने चिंताहरण मंदिर पर एक बैठक का आयोजन किया, जिसमें निर्णय लिया गया कि उन्हें दूध के दाम 40 रुपए किलो मिलना चाहिए। इस बैठक के बाद एसडीएम को हड़ताल की सूचना के संबंध में आवेदन सौंपा गया। आवेदन में उल्लेख किया गया कि शिवपुरी में दूध के दाम 35 रुपए किलो चल रहे हैं जबकि अन्य जिलों में इसी दूध के दाम 40-45 रुपए किलो हैं। डेयरी वालों द्वारा 200 ग्राम मावा के दूध की कीमत की 35 रुपए किलो दी जाती है जबकि वह मिलावटी मावा, दूध, घी, पनीर आदि दोगुने दामों में बेचते हैं तथा हमारे दूध की रेट बढ़ाने में आनाकानी करते हैं। दूधियों ने एसडीएम को सौंपे आवेदन में 10 से 20 अक्टूबर तक हड़ताल पर जाने की बात कही है।
दूधियों ने बताया कि इस समय बाजार में मवेशियों को खिलाने वाला पीना 40 रुपए किलो मिल रहा है, जबकि उन्हें दूध के दाम सिर्फ 35 रुपए किलो दिए जा रहे हैं। ऐसे में वह चाहते हैं कि उनके दूध के दाम बढ़ाए जाएं। इसी बात को लेकर बुधवार को दूधियों ने चिंताहरण मंदिर पर एक बैठक का आयोजन किया, जिसमें निर्णय लिया गया कि उन्हें दूध के दाम 40 रुपए किलो मिलना चाहिए। इस बैठक के बाद एसडीएम को हड़ताल की सूचना के संबंध में आवेदन सौंपा गया। आवेदन में उल्लेख किया गया कि शिवपुरी में दूध के दाम 35 रुपए किलो चल रहे हैं जबकि अन्य जिलों में इसी दूध के दाम 40-45 रुपए किलो हैं। डेयरी वालों द्वारा 200 ग्राम मावा के दूध की कीमत की 35 रुपए किलो दी जाती है जबकि वह मिलावटी मावा, दूध, घी, पनीर आदि दोगुने दामों में बेचते हैं तथा हमारे दूध की रेट बढ़ाने में आनाकानी करते हैं। दूधियों ने एसडीएम को सौंपे आवेदन में 10 से 20 अक्टूबर तक हड़ताल पर जाने की बात कही है।
0 टिप्पणियाँ