दिल्ली में हुए हिंसक घटनाओं के बाद हर जिले को पुलिस अलर्ट करने के संदेश के बाद गुना में भी पुलिस और जिला प्रशासन और सक्रिय हो गया है। यहां कोई हिंसक घटना हो, इससे पहले दोनों विभागों ने संयुक्त तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए पुलिस विभाग ने मॉक ड्रिल का आयोजन पुलिस लाइन में किया था। जिसमें शामिल होने के लिए प्रशासन की ओर से जिला मजिस्ट्रेट व कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार, एसडीएम शिवानी रायकवार, प्रभारी तहसीलदार सोनू गुप्ता, पुलिस अधीक्षक तरुण नायक, अपर पुलिस अधीक्षक तेजसिंह बघेल, नगर पुलिस अधीक्षक नेहा पच्चीसिया पहुंचे थे। यहां दो घंटे से अधिक समय चली मॉक ड्रिल में चार बार पूर्वा यास किया गया। इसके लिए महिला पुलिस अधिकारी व कर्मियों को दो बार बलवाई पार्टी और दो बार पुलिस पार्टी बनना पड़ा था।
पूर्वा यास से पूर्व पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने टियर गैस के उपयोग करने व बलवाईयों से निपटने की तैयारियोंं आदि के बारे में विस्तृत बताया। इसके बाद बलवाई पार्टी के रूप में शामिल महिला पुलिस अधिकारी और कर्मियों ने पत्थर बरसाए तो वहीं पुलिस पार्टी ने उन पर डंडे चलाकर इस बलवे को शांत कराया। वहीं महिला पुलिस अधिकारी और कर्मी इस पूर्वा यास में पुलिस पार्टी के रूप में मोर्चा संभालकर बलवाई की भूमिका अदा करने वाले टीआई अवनीत शर्मा, एमएम मालवीय, नीरज बिरथरे आदि पर डंडे चलाए।
जब कलेक्टर सबसे पहले डंडा लेकर दौड़े
इस पूर्वा यास में कलेक्टर लाक्षाकार और एसपी तरुण नायक एक बार बलवाई की भूमिका में रहे, उन्होंने पुलिस पार्टी पर पत्थर बरसाए। दूसरी बार उन्होंने पुलिस पार्टी की भूमिका निभाकर बलवाई करने वाली पार्टी को डंडा लेकर खदेड़ा। कलेक्टर तो इतने जोश में थे उन्होंने सबको पीछे छोड़कर डंडा लेकर और पत्थरों के आने के बाद भी बलवाइयों को सामना करने की बजाय भागने के लिए मजबूर कर दिया।
नेहा और शिवानी ने संभाला मोर्चा
पुलिस की इस मॉक ड्रिल में बलवाईयों और पुलिस पार्टी का नेतृत्व नगर पुलिस अधीक्षक नेहा पच्चीसिया ने मोर्चा संभाला और वहीं सिटी मजिस्ट्रेट के रूप में एसडीएम शिवानी रायकवार मोर्चा संभाले हुए थीं। बलवा करने वाली पार्टी अपनी मांग को लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी इस मॉक ड्रिल में लगाते दिखे।
पत्थरों के निशाने से टूटे हेलमेट के मास्क और जाली
इस मॉक ड्रिल में सबसे बड़ी कमी हेलमेट के मास्कों की आईं, जो मजबूत न होकर कमजोर दिखाई दिए, जिनको लेकर कुछ पुलिस कर्मियों ने एसपी द्वारा पूछी गई कमियों में बताईं। इस मौके पर मॉक ड्रिल के बाद पुलिस अधीक्षक तरुण नायक और कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने सभी पुलिस अधिकारी और कर्मियों को बधाई दी और कहा कि मॉक ड्रिल में बलवे द्वारा पत्थर फेंके जाने से पहले जो डर था, वह डर निकल गया। ऐसी स्थिति किसी हिंसक घटना के समय हो, तो उससे निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मॉक ड्रिल के जरिए तैयारियोंं का पूर्वा यास किया गया, जिसमें जो कमियां आई हैं उनको दूर करेंगे। सीएसपी नेहा ने अपने संबोधन में क युनिकेशन, कन्ट्रोल, कमांड पर जोर देेते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में इन तीनों पर ध्यान देना जरूरी है। पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने जब वहां मौजूद स्टॉफ से इस मॉक ड्रिल के बारे में कमियां पूछीं तो कई पुलिस कर्मियों ने पूर्व की अपेक्षा मॉक ड्रिल बेहतर होना बताया।
बच गईं शिवानी
इस मॉक ड्रिल के समय एसडीएम शिवानी रायकवार टीम के साथ खड़ी थीं, उसी समय बज्र वाहन की ओर से एक टियर गैस फेंका गया, जो एसडीएम के पास आकर गिरा, शिवानी पूरी तरह घबड़ा गईं, जबकि उनके पास खड़े प्रभारी तहसीलदार सोनू गुप्ता के चेहरे तक टियर गैस का धुंआ पहुंचा।
झलकियां
- जो पुलिस अधिकारी और कर्मचारी हेलमेट पहने थे, लैस बांधने में व्यस्त दिखाई दिए।
-पुरुषों की अपेक्षा महिला अधिकारी और कर्मचारी ज्यादा सक्रिय दिखे।
-पुरुष पुलिस अधिकारी दौड़ते समय हांफते नजर आए।
ये रहे उपस्थित
सूबेदार राधाबल्लभ गुर्जर, मोनिका जैन, यातायात प्रभारी दीपक साहू,हरिओम रघुवंशी, उपेन्द्र सिंह यादव, अरविन्द सिंह तोमर, बलवीर सिंह गौर, अविनाश उमरैया, प्रकाशचन्द्र चौहान, सुरेन्द्र सिंह बैस आदि।
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