जहां होती है आरक्षक की पोस्टिंग वही अपने साथ लेके जाता है युवकों आरक्षक और अपने थाना क्षेत्र में किराये के मकान लेके उससे करवाता है अवैध वसूली आरक्षक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मे आरक्षक पामगढ थाना मे पदस्थ था जहा से उसे किसी लेन देन के मामले मे पुलिस अधीक्षक के द्वारा लाइन अटैच किया गया था उसके बाद आरक्षक ने जिले के उच्च अधिकारी से साढ गाठ कर अपनी पोस्टिंग करवाली मिली जानकारी के अनुसार आरक्षक की लंबी सेटिंग पुलिस अधीक्षक कार्यालय मे है इसी के चलते वह पामगढ थाना से लेन देन मामले मे दो आरक्षक की लाइन अटैच किया था उसी दोनो आरक्षक को एक साथ बिर्रा मे पदस्थ करना उच्च अधिकारीयो पर भी सवालिया निशान लगा रहा है
जिन युवकों के द्वारा बिर्रा थाना क्षेत्र में अवैध वसूली की जा रही है वह बिर्रा थाना मे पदस्थ एक आरक्षक का रिस्तेदार है जिसे आरक्षक ने बकायदा बिर्रा थाना से गाड़ी भी उपलब्ध कराता है जिस पर सवार होकर युवक अपने साथियों के साथ मिल कर क्षेत्र में बिर्रा पुलिस के नाम से अवैध वसूली का काम करता है वसूली की रकम बकायदा प्रभारी के मार्ग दर्शन मे बंटवारा भी किया जाता है
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन तीनो आरक्षक पर लेन देन कर अवैध गांजा तस्कर को छोडने का आरोप लगा है उनके पास लक्जरी कार भी है जिस पर सवार होकर वह ओडिशा बार्डर तक जाते है और वही से गांजा तस्करो का पीछा करते आते है जैसे ही तस्कर बिर्रा थाना क्षेत्र पहुचते है उसे पकड कर युवकों के द्वारा जिस मकान को किराये पर लिया गया है वही बैठ कर लंबी लेन देन की जाती है
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