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गांजे की तस्करी को लेकर आईजी तक पहुंची बात, होगी जांच


बिर्रा पुलिस के द्वारा गांजा तस्करो से लेन देन कर मामला रफा-दफा के आरोप पर अब बिलासपुर रेंज के आई जी दीपांशु काबरा ने जांच कराने की बात कही है यह है पुरा मामला रविवार की रात करीब तीन बजे सुबह बिर्रा पुलिस के दो आरक्षक को सूचना मिली की बिर्रा थाना क्षेत्र मे एक टाटा की गाडी मे ओडिशा से तस्कर गांजा लेके बिर्रा की तरफ आ रहे है दोनो आरक्षको के द्वारा जैसे ही गाडी बिर्रा थाना क्षेत्र पहुंची तो आरक्षको के द्वारा गाडी रोक कर तलाशी लेने पर 35 किलो गांजा मिला जिसे आरक्षको के द्वारा तस्कर और गांजा को अपने कब्जे मे लेकर अपने सुरक्षित स्थान पर लेकर तस्करो से 3 लाख 95 हजार रूपये लेकर मामले को रफा दफा कर रहे थे तभी इस सब की जानकारी एक और आरक्षक को हुई तब उस आरक्षक को भी अपने साथ रख कर मामला को रफा दफा किया है वही जिस वाहन से गांजा की जप्ती की बात सामने आ रही है उसी बिर्रा शराब दुकान के सामने छोड दिया गया था जिसकी सूचना थाना प्रभारी को ग्रामीणो के द्वारा दि गई थी पर थाना प्रभारी के द्वारा गाडी को अपने कब्जे नही नही लिया गया था उल्टा प्रभारी को सूचना देने के कुछ मिनट बाद गाडी शराब दुकान के सामने से गायब हो जाती है इस पुरे मामले मे थाना प्रभारी को भी हिस्सा मिलने की बात सामने आ रही है ऐसा नही है की कोई एक छोटा सा आरक्षक लाखो रूपये का लेन देन कर ले और इसकी जानकारी थाना प्रभारी को नही हो मामले को दबाने मे बिर्रा थाना प्रभारी का भी नाम खुल कर सामने आ रहा है

जहां होती है आरक्षक की पोस्टिंग वही अपने साथ लेके जाता है  युवकों आरक्षक और अपने थाना क्षेत्र में किराये के मकान लेके उससे करवाता है अवैध वसूली  आरक्षक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मे आरक्षक पामगढ थाना मे पदस्थ था जहा से उसे किसी लेन देन के मामले मे पुलिस अधीक्षक के द्वारा लाइन अटैच किया गया था उसके बाद आरक्षक ने जिले के उच्च अधिकारी से साढ गाठ कर अपनी पोस्टिंग करवाली मिली जानकारी के अनुसार आरक्षक की लंबी सेटिंग पुलिस अधीक्षक कार्यालय मे है इसी के चलते वह पामगढ थाना से लेन देन मामले मे दो आरक्षक की लाइन अटैच किया था उसी दोनो आरक्षक को एक साथ बिर्रा मे पदस्थ करना उच्च अधिकारीयो पर भी सवालिया निशान लगा रहा है

 जिन युवकों के द्वारा बिर्रा थाना क्षेत्र में अवैध वसूली की जा रही है वह बिर्रा थाना मे पदस्थ एक आरक्षक का रिस्तेदार है जिसे आरक्षक ने बकायदा बिर्रा थाना से गाड़ी भी उपलब्ध कराता है जिस पर सवार होकर युवक अपने साथियों के साथ मिल कर क्षेत्र में बिर्रा पुलिस के नाम से अवैध वसूली का काम करता है वसूली की रकम बकायदा प्रभारी के मार्ग दर्शन मे बंटवारा भी किया जाता है

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन तीनो आरक्षक पर लेन देन कर अवैध गांजा तस्कर को छोडने का आरोप लगा है उनके पास लक्जरी कार भी है जिस पर सवार होकर वह ओडिशा बार्डर तक जाते है और वही से गांजा तस्करो का पीछा करते आते है जैसे ही तस्कर बिर्रा थाना क्षेत्र पहुचते है उसे पकड कर युवकों के द्वारा जिस मकान को किराये पर लिया गया है वही बैठ कर लंबी लेन देन की जाती है

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