इंदौर में निजी अस्पतालों को अलग – अलग ज़ोन में बांटने के बावजूद आम मरीजों के प्रति निजी अस्पतालों का रवैया ठीक नही रहा है, जबकि कोरोना जैसी महामारी तेजी से अपने पैर पसार रही है। जिसके चलते इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ऐसे अस्पतालों के प्रति सख्त रवैया अपनाए हुए हैं वहीं दूसरी ओर इंदौर संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी मंगलवार को जायज़ा लेने एक निजी अस्पताल पहुंच गए। बता दें कि निजी चिकित्सालयों के संबंध में मिल रही शिकायतों के बीच संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने मंगलवार को क्योरवेल हास्पिटल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने यहाँ प्रबंधन से बात की और भर्ती मरीजो से खुद चर्चा कर जानकारी ली।
इधर, इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने डॉ. सोलंकी की कर्त्तव्यपरायणता की तारीफ कर कहा कि उनके भाई की डेथ होने के बाद भी वो ड्यूटी पर आए। वहीं उन्होंने उन डॉक्टर्स पर भी निशाना साधा जो सक्षम होने के बावजूद उपस्थित नहीं हो रहे हैं। कलेक्टर ने कहा उन डॉक्टर्स को उनको बुलाया गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने दो टूक कहा कि मैंने स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को बोला है कि अब जीरो टॉलरेंस पर काम किया जाएगा और कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही मंगलवार को जिस टीम को कलेक्टर द्वारा सम्बोधित किया गया है उस टीम की सुख-सुविधाओं का ध्यान भी रखने भरोसा इंदौर कलेक्टर ने दिलाया है। कलेक्टर ने ड्यूटी पर अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टर्स को चेताया है कि यदि इस समय किसी ने काम नहीं किया तो वो इस फील्ड में भी नहीं रह पाएगा।
वहीं निजी अस्पतालों पर सख्ती दिखाते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि निजी अस्पताल सचेत हो जाये और शत प्रतिशत स्टॉफ अस्पतालों में रखे फिर चाहे वो पैरामेडिकल स्टॉफ, ग्रामीण अंचल का स्टॉफ हो या शहरी स्टॉफ हो। उन्होंने निजी अस्पताल के डॉक्टर्स को चेताया कि वो घर पर ना रहे और रेग्युलर अस्पताल में विजिट करें क्योंकि इस समय एपीडेमिक डिसीज एक्ट 1897 के तहत शहर कंट्रोल किया जा रहा है और इसका पालन करने के लिए सभी बाध्य है। ऐसे में यदि डॉक्टर्स बाहर नही निकले तो उन पर कार्रवाई होगी। बता दे कि इंदौर में निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स भी अस्पताल नहीं आ रहे हैं जिसके चलते आम लोगो को इलाज के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इसीलिये अब प्रशासन को सख्ती दिखानी पड़ रही है।
इस हफ्ते 70 से 80 लोगो के डिस्चार्ज होने की संभावना
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इस हफ्ते 80 से 90 लोगों के स्वस्थ होकर अरविंदो अस्पताल से डिस्चार्ज होने की संभावना भी जताई है। उनके मुताबिक कोरोना पॉजिटिव मरीज बढ़ रहे हो लेकिन अब स्वस्थ होकर डिस्चार्ज करने का रोटेशन भी शुरू हो चुका है। बता दें कि इंदौर में सोमवार को 11 स्वस्थ हुए लोगो को डिस्चार्ज किया गया और आज कुछ और लोगों को डिस्चार्ज किया जा रहा है।
इधर, इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने डॉ. सोलंकी की कर्त्तव्यपरायणता की तारीफ कर कहा कि उनके भाई की डेथ होने के बाद भी वो ड्यूटी पर आए। वहीं उन्होंने उन डॉक्टर्स पर भी निशाना साधा जो सक्षम होने के बावजूद उपस्थित नहीं हो रहे हैं। कलेक्टर ने कहा उन डॉक्टर्स को उनको बुलाया गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने दो टूक कहा कि मैंने स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को बोला है कि अब जीरो टॉलरेंस पर काम किया जाएगा और कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही मंगलवार को जिस टीम को कलेक्टर द्वारा सम्बोधित किया गया है उस टीम की सुख-सुविधाओं का ध्यान भी रखने भरोसा इंदौर कलेक्टर ने दिलाया है। कलेक्टर ने ड्यूटी पर अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टर्स को चेताया है कि यदि इस समय किसी ने काम नहीं किया तो वो इस फील्ड में भी नहीं रह पाएगा।
वहीं निजी अस्पतालों पर सख्ती दिखाते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि निजी अस्पताल सचेत हो जाये और शत प्रतिशत स्टॉफ अस्पतालों में रखे फिर चाहे वो पैरामेडिकल स्टॉफ, ग्रामीण अंचल का स्टॉफ हो या शहरी स्टॉफ हो। उन्होंने निजी अस्पताल के डॉक्टर्स को चेताया कि वो घर पर ना रहे और रेग्युलर अस्पताल में विजिट करें क्योंकि इस समय एपीडेमिक डिसीज एक्ट 1897 के तहत शहर कंट्रोल किया जा रहा है और इसका पालन करने के लिए सभी बाध्य है। ऐसे में यदि डॉक्टर्स बाहर नही निकले तो उन पर कार्रवाई होगी। बता दे कि इंदौर में निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स भी अस्पताल नहीं आ रहे हैं जिसके चलते आम लोगो को इलाज के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इसीलिये अब प्रशासन को सख्ती दिखानी पड़ रही है।
इस हफ्ते 70 से 80 लोगो के डिस्चार्ज होने की संभावना
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इस हफ्ते 80 से 90 लोगों के स्वस्थ होकर अरविंदो अस्पताल से डिस्चार्ज होने की संभावना भी जताई है। उनके मुताबिक कोरोना पॉजिटिव मरीज बढ़ रहे हो लेकिन अब स्वस्थ होकर डिस्चार्ज करने का रोटेशन भी शुरू हो चुका है। बता दें कि इंदौर में सोमवार को 11 स्वस्थ हुए लोगो को डिस्चार्ज किया गया और आज कुछ और लोगों को डिस्चार्ज किया जा रहा है।
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