इंदौर. कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण से देश जूझ रहा है. मध्य प्रदेश का इंदौर भी इसकी चपेट में है और अब तक 16 कोरोना पीड़ित यहां पर दम तोड़ चुके हैं. इनमें से 14 लोग मुस्लिम समुदाय के थे. लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि पिछले 8 दिनों में इंदौर के कब्रिस्तानों में हर दिन करीब 20 जनाजे पहुंच रहे हैं और अब तक 120 से भी ज्यादा जनाजे पहुंच चुके हैं. इन आंकड़ाें ने कहीं न कहीं प्रशासन को भी परेशान कर दिया है. इस मामले में कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में लिया गया है, जल्द ही इसकी जांच करवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि हालांकि अभी तक जो पता चला है कि उसके अनुसार सभी मृतकों में कोरोना के लक्षण नहीं थे. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि यदि ये आंकड़े सही नहीं पाए गए, तो इन्हें जारी करने वालों के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करेगा.
पांच साल का होगा कंपेरिजन
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि आंकड़ों की जांच के लिए इस साल के मृतकों की संख्या का तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल के आंकड़ों को देखा जाएगा और यह पता लगाया जाएगा कि इस माह में डेथ-रेट क्या रहता है. इसके बाद ही सही तस्वीर सामने आ सकती है.
नगर निगम ने तलब किए रजिस्टर
इधर, दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ये सभी कब्रिस्तान उन्हीं इलाकों के पास मौजूद हैं, जिन्हें कोरोना वायरस की आशंका को लेकर क्वारेंटाइन किया गया है. मृतकों की इतनी बड़ी संख्या सामने आने के बाद नगर निगम ने महू नाका, चंदननगर, नूरानी नगर, लुनियापुरा और सिरपुर कब्रिस्तान में रखे गए रजिस्टर मंगाए हैं. नगर निगम भी जनाजों की संख्या अचानक बढ़ जाने की जांच कर रहा है. निगम इन आंकड़ों को गलत बता रहा है. निगम के कब्रिस्तान प्रभारी डॉ. नटवर सारडा का कहना है कि उनके पास 21 दिन में आंकड़े आते हैं. उन्होंने कहा कि किसी खबर से मैं इत्तेफाक नहीं रखता हूं. इसकी जांच की जाएगी और उसके बाद सही तस्वीर पेश की जाएगी.
जनाजों की बढ़ी है संख्या
महू का नाका कब्रिस्तान के मुबारक भाई ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में अचानक जनाजों की संख्या बढ़ी है. बुधवार को भी वह तीन शवों को दफना चुके हैं. वहीं, खजनराना कब्रिस्तान के नासिर शाह का कहना है कि उनके यहां भी संख्या बढ़ रही है, जिसके आंकड़े उन्होंने नगर निगम को भिजवाए हैं.
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