शिवपुरी। हमारे घर में राशन खत्म हो चुका है, परिवार को दो वक्त की रोटी भी नहीं मिल पा रही, इसलिए हमारे घर अनाज भिजवाया जाए। इस तरह की शिकायतें इन दिनों सीएम हेल्पलाइन पर की जा रही हैं, जिसका रिस्पांस भी तत्काल इन परेशान परिवारों को दिया जा रहा है। फिजीकल सईसपुरा क्षेत्र के ऐसे 29 शिकायतकर्ताओं के घर गुरुवार को नगरपालिका की टीम पहुंची और दस-दस किलो गेहूं देकर आई।
ज्ञात रहे कि कोरोना वायरस के फेर में किए गए लॉकडाउन से उपजी समस्याओं का हल भी अब सीएम हेल्पलाइन से किया जा रहा है। अभी तक इस नंबर से वे शिकायतें की जाती थीं, जिनकी सुनवाई कोई विभाग नहीं कर रहा होता था, लेकिन जबसे कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन किए जाने के बाद से अब सीएम हेल्पलाइन नंबर पर राशन न होने की शिकायतें भी की जा रही हैं।
शिकायत का निराकरण करने के लिए जिला कलेक्टर के पास वे 29 शिकायतकर्ताओं के नाम व पते भोपाल से भेजे गए। कलेक्टर ने उनकी सूची बनाकर नगरपालिका को भेजी। सूची को लेकर नगरपालिका की टीम ऑटो में दस-दस किलो गेहूं के पैकेट लेकर फिजीकल क्षेत्र में पहुंची, जहां उन्होंने दिए गए नामों के आधार पर लोगों को बुलाकर उन्हें यह पैकेट उपलब्ध कराए।
लग गई भीड़
नगरपालिका द्वारा गेहूं बांटने की खबर जैसे ही क्षेत्र के लोगों को मिली, तो वे भी ऑटो को घेरकर खड़े हो गए कि हमें भी राशन दिया जाए। आई हुई भीड़ को देखकर नपा कर्मचारियों ने कहा कि यह राशन तो उन लोगों को दिया जा रहा है, जिन लोगों ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की है, उनके नाम की सूची जिलाधीश ने हमें दी है। यह राशन सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगा।
नगरपालिका द्वारा गेहूं बांटने की खबर जैसे ही क्षेत्र के लोगों को मिली, तो वे भी ऑटो को घेरकर खड़े हो गए कि हमें भी राशन दिया जाए। आई हुई भीड़ को देखकर नपा कर्मचारियों ने कहा कि यह राशन तो उन लोगों को दिया जा रहा है, जिन लोगों ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की है, उनके नाम की सूची जिलाधीश ने हमें दी है। यह राशन सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगा।
नपा कर्मचारियों की बात सुनकर अब उस क्षेत्र के कई लोग सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने में जुट गए।
पहले बिना काम के हो जाता था निराकरण
कोरोना से पहले जब सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की जाती थी, तो दर्जनों ऐसी शिकायतों का निराकरण करने का मैसेज शिकायतकर्ता के मोबाइल पर आ जाता था, जो समस्या धरातल पर यथावत रहती थी, लेकिन उसका निराकरण सिर्फ कागजों में होता था, लेकिन कोरोना के फेर में राशन की शिकायत का निराकरण जल्द व मौके पर जाकर किया जा रहा है।
कोरोना से पहले जब सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की जाती थी, तो दर्जनों ऐसी शिकायतों का निराकरण करने का मैसेज शिकायतकर्ता के मोबाइल पर आ जाता था, जो समस्या धरातल पर यथावत रहती थी, लेकिन उसका निराकरण सिर्फ कागजों में होता था, लेकिन कोरोना के फेर में राशन की शिकायत का निराकरण जल्द व मौके पर जाकर किया जा रहा है।
0 टिप्पणियाँ