
भोपाल। कांग्रेस पार्टी इन दिनों दो खेमों में बैठ गई है। पहला खेमा सोनिया गांधी के नेतृत्व में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का है जो लामबंद है और दूसरा राहुल गांधी की टीम के युवा नेता जो यूनाइटेड नहीं है। मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद राजस्थान में सचिन पायलट ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। कांग्रेस पार्टी ने भी उनके खिलाफ अप्रत्याशित कार्रवाई कर दी है। इसका असर मध्यप्रदेश पर भी दिखाई देगा क्योंकि गुर्जर समाज मध्यप्रदेश में कांग्रेस को सपोर्ट करता है। इस सबके बीच दिग्विजय सिंह ने बयान दिया है कि नौजवान सब्र नहीं है। उनके बयान का टारगेट ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट हैं।
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