मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव करीब आते ही सियासी बयानबाजी तेज होती जा रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे करीबी और शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी का वीडियो विवादों में आ गया है। चुनाव प्रचार के दौरान वे कह रही हैं कि हम जिस कलेक्टर को फोन करेंगे, वह सीट जिता देगा। बताया जा रहा है कि वीडियो बुधवार का है। इमरती किसी प्रत्याशी के प्रचार में गई थीं। उधर, कांग्रेस ने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग में की है।
अब बयान से पलटीं, बोलीं- जनता का विश्वास और वोट मिलेंगे
गुरुवार को इमरती देवी अपने बयान से पलट गईं। पूछे जाने पर सवाल को टाल दिया। कहा- अभी तो आचार संहिता नहीं लगी है। हम तो विकास के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं। जनता को भाजपा पर भरोसा है और हमें वोट मिलेंगे। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस छोड़कर आए हम सभी साथी चुनाव जीतेंगे।
इमरती ने क्या कहा था?
वीडियो में वे एक नुक्कड़ सभा करते हुए नजर आ रही हैं। उनका कहना है कि उपचुनाव में हमें सरकार बचाने के लिए 8 सीटें चाहिए। जबकि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए 27 सीटों की जरूरत है। अब आप बता दीजिए कि कांग्रेस सभी 27 सीटें जीत जाएगी और सत्ता-सरकार आंखें बंद किए बैठे रहेगी क्या? सत्ता-सरकार में इतनी दम होती है कि कलेक्टर से कह दे कि ये सीट चाहिए तो वह सीट मिल जाती है।
कांग्रेस बोली- सत्ता बल पर जीतना चाहते हैं उपचुनाव
कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि मंत्री के बोल ही बताते हैं कि भाजपा सत्ता के दम पर यह चुनाव जीतना चाहती है। इस तरह से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। चुनाव आयोग को खुद इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
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