सत्ता परिवर्तन के बाद राज्य में आईएएस अफसरों के खूब तबादले हुए। कांग्रेस सरकार के 29 महीने के कार्यकाल में 50 से ज्यादा बार छोटे-बड़े तबादले आदेश जारी हुए। ताश के पत्तों की तरह फेटा गया। कई अफसरों को छह बार इधर-उधर किया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय के कुछ अफसराें के अलावा नवीन महाजन और अरविंद पोसवाल ही दो ऐसे आईएएस अफसर रहे, जिनकी राज्य सरकार से केमिस्ट्री अच्छी रही। पहली बार लगाने के बाद दोनों को छेड़ा नहीं गया।
कार्मिक विभाग की वेबसाइट के अनुसार 1997 बैच के आईएएस नवीन महाजन को 19 दिसंबर, 2018 को जल संसाधन विभाग में सचिव के पद पर लगाया था। इस पद पर रहते हुए महाजन प्रमुख सचिव पद पर प्रमोट हुए। इस दौरान उन्हें जलदाय विभाग का अतिरिक्त दायित्व भी मिला।
इसी तरह 25 दिसंबर, 2018 को सरकार ने 2013 बैच के आईएएस अरविंद पोसवाल को राजसमंद में कलेक्टर लगाया था। तब से उसी जिले में हैं। पोसवाल ऐसे पहले कलेक्टर हैं, जिन्होंने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में एक ही जिले में 29 महीने तक सेवाएं दी है।
इनका भी भाजपा सरकार में 5 साल तक तबादला नहीं
तन्मय कुमार, अखिल अरोड़ा, प्रवीण गुप्ता, केके पाठक सहित ऐसे कई आईएएस थे, जिनका पांच साल में एक बार भी स्थानांतरण नहीं हुआ। जबकि प्रेम सिंह मेहरा प्रमुख सचिव वित्त के पद से सीधे राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर गए थे।

0 टिप्पणियाँ