खास बात यह है कि ठग जब इस वारदात को अंजाम दे रहे थे तब खाताधारक को भी लगातार पता चल रहा था कि उसके खाते से पैसे निकाले जा रहे हैं, लेकिन वह चाहकर भी खाते से आहरण बंद नहीं करवा पाया और मूकदर्शक बना खाते से पैसे निकलता देखता रहा, क्योंकि उस दिन रविवार होने के कारण बैंक बंद था और वह कुछ नहीं कर पाया।
बूथ में स्कैनर लगाकर बनाया होगा क्लोन
हरज्ञान के अनुसार उसका बैंक एकाउंट सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया कोलारस में है। उसने 28 नवम्बर को सुबह करीब 10:30 बजे बैंक के कोलारस स्थित एटीएम बूथ से 500 रुपए निकाले। जिस समय उसने पैसे निकाले न तो बूथ में कोई और व्यक्ति मौजूद था और न ही किसी ने उसका कार्ड बदला। न किसी ने उससे कोई पासवर्ड पूछा, ऐसे में आशंका है कि ठगों ने एटीएम बूथ में स्कैनर लगाकर कार्ड को स्कैन कर उसका क्लोन बनाया होगा और कुछ घंटे बाद ही उसके खाते से पैसे निकालना शुरू कर दिया होगा। ठगों ने संभवतः रविवार का दिन इसलिए ही चुना होगा क्योंकि बैंक बंद होने से खाताधारक एकाउंट भी होल्ड नहीं करवा पाएगा।
पांच ट्रांजेक्शन कर निकाले पैसे
ठगों ने पहला ट्रांजेक्शन दोपहर 2:58 बजे किया और खाते से 100 रुपए निकाले, इसके बाद ठगों ने एक-एक कर चार ट्रांजेक्शन और किए जिनमें 10 हजार, 40 हजार, 49 हजार 500 एवं 5 हजार रुपए निकालते हुए कुल 1 लाख 4 हजार 600 रुपए निकाल लिए।
बैंक, पुलिस पर और पुलिस, बैंक पर टाल रही कार्रवाई
हरज्ञान के अनुसार उसने 29 नवंबर को खाता होल्ड करवाया और बैंक प्रबंधन से कार्रवाई की बात कही। इस पर बैंक प्रबंधन ने पुलिस द्वारा कार्रवाई करने की बात कही। बकौल हरज्ञान जब वह पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस का कहना था कि बैंक से लिखित में मिलने पर वह कार्रवाई करेंगे। ऐसे में पिछले चार दिन से पीड़ित यहां से वहां चक्कर काटता घूम रहा है
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