शिवपुरी। शहर में चल रहे पंचकल्याण महोत्सव में बीते रोज सरकारी विभाग में पदस्थ पटवारी अनुराग जैन द्वारा हेलीकॉप्टर में परिजनों के साथ बैठकर पुष्पवर्षा की गई। हेलीकॉप्टर यात्रा का फोटो पटवारी ने कार्यालय के सोशल ग्रुप पर डाल दिया। जब एसडीएम गणेश जायसवाल को इस फोटो के बारे में जानकारी लगी तो उन्होंने पटवारी को नोटिस थमा दिया और कहा कि आप जिस पेशे में है उसमें हेलीकॉप्टर यात्रा करना संभव नहीं है इससे भ्रष्टाचार इंगित होता है और दो दिन के अंदर इसकी जानकारी दे।
वहीं मामले को लेकर पटवारियों ने अपना रोष प्रकट किया और मध्यप्रदेश पटवारी संघ के बैनर तले एक ज्ञापन कलेक्टर के नाम सौंपा। ज्ञापन में एसडीएम जयसवाल को हटाने की मांग की गई और कहा कि शिवपुरी के जैन समाज द्वारा धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन पंचकल्याणक समिति के द्वारा किया जा रहा है जिसमें सभी व्यय के साथ-साथ हेलीकॉप्टर का व्यय भी पंचकल्याणक समिति द्वारा किया जा रहा है। सभी व्यवस्था किसी के भी द्वारा निजी स्तर पर नहीं की गई है। हेलीकॉप्टर में बैठना धार्मिक प्रक्रिया का एक अंग है जिसे समिति के द्वारा किसी भी व्यक्ति को नियुक्त करके परिवार के साथ बैठने का मौका दिया जाता है। अत: अनुराग जैन पटवारी को दिया गया नोटिस एसडीएम की तनाशाही व तुगलकी फरमानों को दर्शाता है। पटवारियों के साथ-साथ अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ इस प्रकार का व्यवहार करना मप्र सिविल सेवा आचरण के विपरीत होकर सामाजिक दृष्टि से भी उचित नहीं है। इसलिए एसडीएम को हटाया जाकर अन्य पदस्थ किया जाए। अगर ऐसा नहीं किया तो पटवारी संघ आंदोलन करेगा। ज्ञापन सौंपते समय पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष गोविंद श्रीवास्तव सहित अनेक पटवारी मौजूद थे।
यह भी लगाए आरोप
-ज्ञापन के माध्यम से जिलाध्यक्ष ने बताया कि नोटिस के संबंध में जब एसडीएम से मोबाइल पर बात की तो उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
– राजनीतिक काफिले एवं टीकाकरण अभियान में चार पहिया वाहन लाए जाने का दबाव बनाया जाता है।
– महिला पटवारियों को नोटिस देकर शाम 6 बजे के बाद बुलाया जाकर रात 9-10 बजे तक कार्य कराकर अभद्र भाषा का उपयोग कर अनैतिक दबाव बनाया जाता है।
– पटवारियों से अपने कार्य के साथ-साथ राजस्व निरीक्षक के कार्य का भी दबाव बनाया जाता है।
– एसडीएम के द्वारा तहसील शिवपुरी के व्हाट्सएप ग्रुप पर पटवारियों को जो भी निर्देश दिए जाते हैं, यदि किसी पटवारी के द्वारा उन निर्देशों पर प्रतिक्रिया नहीं दी जाती तो एसडीएम द्वारा धमकी दी जाती है और ऑफिस बुलाकर सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगने का दबाव बनाया जाता है।
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